ममता बनर्जी की रूपश्री योजना में फर्जीवाड़ा, 8 शादीशुदा महिलाओं ने लिया योजना का लाभ

ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने बंगाल के गरीब परिवार की बेटियों के विवाह के लिए वित्तीय सहायता प्रदान के लिए रूपश्री योजना शुरू की थी. योजना में 2.10 लाख रुपये के गबन का खुलासा बीरभूम जिला में हुआ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2021 5:34 PM

बीरभूम/पानागढ़ (मुकेश तिवारी): पश्चिम बंगाल में हर दिन किसी न किसी फर्जी अधिकारी की गिरफ्तारी के बीच गरीब परिवार की बेटियों के लिए ममता बनर्जी सरकार की ओर से शुरू की गयी रूपश्री योजना में लाखों रुपये के गबन का खुलासा हुआ है. इस सिलसिले में 8 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के गरीब परिवार की बेटियों के विवाह के लिए वित्तीय सहायता प्रदान के लिए रूपश्री योजना की शुरुआत की थी. योजना में 2.10 लाख रुपये के गबन का खुलासा बीरभूम जिला में हुआ है. इसके बाद से जिला प्रशासन हरकत में आ गया है.

बताया जा रहा है कि इस गड़बड़झाला में आठ महिलाओं को चिह्नित किया गया है. इनके खिलाफ जांच-पड़ताल शुरू हो गयी है. रूपश्री योजना के तहत फर्जीवाड़ा का यह संभवतः पहला मामला है, जो बीरभूम जिला के नलहाटी में हुआ है. इसके बाद जिला प्रशासन जिला के अन्य क्षेत्रों में भी मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

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मामला बीरभूम जिला के नलहाटी ब्लॉक के नवपाड़ा और तिलोरा ग्राम की है. दोनों गांव की आठ महिलाओं ने शादी का कार्ड छपवाकर योजना के मद में लाखों रुपये का गबन किया है. मामले के प्रकाश में आने के बाद दो महिलाओं ने 50 हजार रुपये ब्लॉक प्रशासन को लौटा दिया है. बाकी आरोपियों को भी अविलंब फर्जी तरीके से गबन के रुपये लौटाने का सख्त निर्देश दिया गया है.

नलहाटी ब्लॉक प्रशासन ने इन आठ के महिलाओं के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करवा दी है. जिला प्रशासन सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने आरोपों के आधार पर जांच शुरू कर दी है. इन आरोपों की खबर मिलने के बाद, दो महिलाओं ने माफीनामा लिखकर 50 हजार रुपये वापस किये हैं.

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आठ आरोपियों के नाम मोमिना खातून, रुबीना खातून, समस्ती दास, हसनीरा खातून, लुसीना खातून और मुर्शेदा खातून हैं. ये सभी नलहाटी प्रखंड के नवपाड़ा की रहने वाली हैं. अन्य दो आरोपी गौरी मल और आशा मल तिलोरा गांव की हैं. इनमें मोमिना खातून, रुबीना खातून, लुसीना खातून और मुर्शेदा खातून की शादी काफी पहले हो चुकी थी. मोमिना खातून के बच्चे भी हैं.

शादीशुदा महिलाओं ने कार्ड छपवाकर ले लिये पैसे

बताया गया है कि ये सभी महिलाएं पहले से शादीशुदा थीं. योजना का लाभ लेने के लिए सभी आरोपितों ने अपनी शादी का कार्ड छपवाकर और अन्य फर्जी दस्तावेज दिखाकर रूपश्री परियोजना से 25- 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद ले ली. इलाके के बीडीओ हुमायूं चौधरी ने जांच की, तो 8 महिलाओं को गबन के मामले में पकड़ा गया है.

इन 8 महिलाओं ने कुल 2.10 लाख (2 लाख 10 हजार रुपये) रुपये का गबन किया. इनमें से दो महिलाओं ने ब्लॉक प्रशासन को माफीनामा के साथ रुपये लौटा दिये. बाकी के खिलाफ ब्लॉक प्रशासन ने कार्यवाही करने का निर्देश दिया है. ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले उत्तर दिनाजपुर में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना के तहत रुपये के गबन का एक मामला प्रकाश में आया था. अब रूपश्री योजना के तहत रुपये गबन के मामले में राज्य सरकार के कान खड़े कर दिये हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

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