बकरी चराने को लेकर दो गुटों में हिंसक झड़प
पुलिस ने मृत तृणमूल कार्यकर्ता का नाम अब्दुल रहमान मल्लिक (65) बताया है.
बीरभूम. बीरभूम जिले के लाभपुर थाना इलाके के कुसुमगरिया गांव में खेत में बकरी चराने को लेकर तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों में हुए संघर्ष और मारपीट की घटना में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत हो गयी. घटना के बाद से गांव में उत्तेजना और तनाव है. झड़प में घायल होने की बाद अब्दुल को बोलपुर महकमा अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उसकी मौत हो गयी. पुलिस ने मृत तृणमूल कार्यकर्ता का नाम अब्दुल रहमान मल्लिक (65) बताया है. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक घटना की शुरुआत बुधवार सुबह हुई थी. उस दिन सुबह कुसुमगरिया गांव में धान के खेत में बकरी चरते हुए घुस गयी और धान को नुकसान पहुंचायी थी. पहले तो बकरी मालिक और खेत मालिक के मध्य झड़प हुई. इसके बाद यह मामला गांव में शासक दल के दो गुटों के बीच का हो गया. आपसी मारपीट और संघर्ष के दौरान बांस और लाठी के प्रहार से एक गुट के तृणमूल कांग्रेसकर्मी अब्दुल रहमान मल्लिक गंभीर रूप से घायल हो गये थे. अस्पताल में उनकी मौत हो गयी. आरोप है कि कथित तौर पर दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लाठी, बांस और लोहे की रॉड से हमला किया था. पुलिस के सामने भी हिंसक संघर्ष की घटना हुई थी. इस घटना में छह लोग घायल हो गये थे. उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, पंचायत टेंडर के बंटवारे और गांव में वर्चस्व को लेकर दोनों गुटों के बीच काफी समय से तनाव चल रहा था. खेत में बकरियों के चरने की घटना के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गयी थी. बोलपुर की एसडीपीओ रिंकी अग्रवाल ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए गांव के गश्ती लगायी. स्थानीय थाने की पहल पर गांव में अस्थायी पुलिस कैंप बनाया गया है. विधायक अभिजीत सिन्हा ने कहा- गांव में बकरी के धान खाने को लेकर दो परिवारों के बीच विवाद था. इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है.
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