बंगाल : उपप्रधान का है आलीशान मकान, पीएम आवास योजना में नाम है शामिल

पश्चिम बंगाल के बर्दवान में तृणमूल के उप प्रधान के पास विशाल मकान होने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास योजना तालिका में स्वंय के और परिवार के लोगों के नाम का उल्लेख होने पर इलाके भर में चर्चा शुरू हो गया है.

By Shinki Singh | December 12, 2022 3:57 PM

पश्चिम बंगाल के बर्दवान में तृणमूल के उप प्रधान के पास विशाल मकान होने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास योजना तालिका में स्वंय के और परिवार के लोगों के नाम का उल्लेख होने पर इलाके भर में चर्चा शुरू हो गया है. यह घटना पूर्व बर्दवान जिले के खंडघोष के शांकरी 1 ग्राम पंचायत के तृणमूल उप प्रधान जहांगीर शेख व उनकी पत्नी सीमा शेख का नाम भी आवास योजना तालिका में है. ये सभी खंडघोष के केशवपुर गांव के रहने वाले हैं.और इस घटना के सामने आते ही खंडघोष के राजनीतिक गलियारों में जोरदार शोरगुल शुरू हो गया है. भाजपा ने विरोध किया है. क्षेत्र के गरीब परिजनों ने भी रोष जताया है .

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प्रधानमंत्री आवास योजना खंडघोष प्रखंडों की सूची हुई जारी

प्रशासन व स्थानीय सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना आवासों के लिए खंडघोष प्रखंडों की सूची सामने आई है. उक्त सूची के प्रकाशित होने के बाद ही यह मामला सामने आया है. इस लिस्ट में तृणमूल नेता जहांगीर शेख की पत्नी सीमा शेख का नाम 731वें नंबर पर है.इसके अलावा उप प्रधान के दो भाइयों अलमगीर और आजमगीर का नाम भी सूची में 734वें और 543वें नंबर पर है. यहां तक ​​कि उप प्रधान की दिवंगत पिता शेख मोहसिन का नाम भी सूची में 700वें नंबर पर है. प्रथम चरण में आशा, आंगनबाड़ी, नगर पालिका वालंटियर्स की एक टीम कुछ दिन पहले केशवपुर में सर्वे करने गई थी, तभी उप प्रधान के भवन व मामले की जानकारी उनके संज्ञान में आई.

रिपोर्ट मिलने के बाद कई नाम तालिका से हटाया गया

खंडघोष के बीडीओ सत्यजीत कुमार ने कहा, रिपोर्ट मिलने के बाद उन नामों को हटा दिया गया है. उप प्रधान जहांगीर शेख की पत्नी सीमा शेख ने बताया कि पहले वे कारखानों में रहते थे. उस समय की स्थिति को देखते हुए प्रशासन के अधिकारियों ने संभवत: उनके कुछ परिवारों को सरकारी सब्सिडी के तहत मकान दिलाने की परियोजना में नामजद किया था. मामला संज्ञान में आने के बाद उन्होंने बीडीओ को फोन कर उनके नाम हटाने को कहा, लेकिन लाभार्थी सूची में एक ही परिवार के चार नाम कैसे आ गए? इस मामले में उप प्रधान स्पष्ट नहीं है. यह उनकी कल्पना से परे है.

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रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़

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