बांकुड़ा : आरपीएफ ने दो नाबालिग लड़कियों समेत छह बच्चों को बचाया
सभी बच्चे बिना परिवार को बताये घर से भाग निकले थे.
चाइल्डलाइन को सौंपा
ऑपरेशन ‘नन्हे-फरिश्ते’ के तहत रेलवे स्टेशन से किया गया रेस्क्यूबांकुड़ा. आरपीएफ पोस्ट बांकुड़ा ने शुक्रवार को छह नाबालिग बच्चों को बचाकर चाइल्ड लाइन को सौंपा. इनमें दो लड़कियां भी शामिल थीं. सभी बच्चे बिना परिवार को बताये घर से भाग निकले थे.सुरक्षित देखभाल और चिकित्सकीय जांच
आरपीएफ ने ऑपरेशन “नन्हे-फरिश्ते” के तहत और किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों का पालन करते हुए सभी को सुरक्षित अपने कब्जे में लिया. बच्चों को आरपीएफ पोस्ट लाकर आवश्यक सुविधाएं दी गयीं और रेलवे अस्पताल में उनकी चिकित्सकीय जांच भी करायी गयी. इसके बाद सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के उपरांत नाबालिग लड़कों और लड़कियों को आगे की देखभाल और कार्रवाई के लिए चाइल्डलाइन बांकुड़ा को सौंप दिया गया.नये फुटओवर ब्रिज के पास मिले बच्चे
आरपीएफ अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे नियमित जांच के दौरान रेलवे स्टेशन के नये फुटओवर ब्रिज के पास प्लेटफार्म नंबर 2 पर छह नाबालिग बच्चों को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए देखा गया. पूछताछ में उन्होंने अपने नाम और पते बताये, जिनमें एक बच्चा बांकुड़ा शहर का और बाकी पांच बांकुड़ा जिले के विभिन्न इलाकों के निवासी थे. बच्चों ने बताया कि वे बिना किसी को बताए घर से निकल गये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
