शुरुआती सर्दी में बढ़ा श्वास रोगों का खतरा
अस्पतालों में मरीजों की भीड़, निष्क्रिय वायरस सक्रिय हुए, संवेदनशील मरीजों पर ज्यादा जोखिम
लापरवाही से निमोनिया और जटिल संक्रमण की आशंका दुर्गापुर. शहर में सर्दी अपने शुरुआती दौर में है, लेकिन इस समय जरा सी लापरवाही गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है. चिकित्सकों के अनुसार शुरुआती ठंड में वातावरण में मौजूद निष्क्रिय वायरस तेजी से सक्रिय हो जाते हैं और श्वास के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर गले, फेफड़ों व श्वसन तंत्र को संक्रमित कर देते हैं. इसी कारण शहर के अस्पतालों और नर्सिंग होमों में श्वास रोगियों की संख्या बढ़ी है.
पल्मोनोलॉजिस्ट की चेतावनी
आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ प्रशांत कुमार ने शुरुआती सर्दी को सबसे खतरनाक बताते हुए कहा कि इस मौसम में इन्फ्लूएंजा समेत कई वायरस तेजी से सक्रिय होते हैं. छोटे बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, मधुमेह, कैंसर, अस्थमा और श्वास रोगियों में संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने पर बैक्टीरियल इन्फेक्शन और निमोनिया का भी खतरा होता है.लापरवाही से जान का भी खतरा
डॉ कुमार ने बताया कि इन्फ्लूएंजा वायरस, जिसे आमतौर पर फ्लू कहा जाता है, कई बार लंबे समय तक इलाज न होने पर फेफड़ों को कमजोर कर देता है. संक्रमित फेफड़ों में सूजन, संक्रमण और निमोनिया जैसी जटिलताएं विकसित होने पर स्थिति जानलेवा भी बन सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
