बांकुड़ा : ‘दुर्गापूजा में बाहर गये ढाकियों को बांग्लादेशी कह दबोचा, तो संसद तक करेंगे मार्च’
पूजा में ढाक बजाने को बाहर जानेवालों के लिए उमड़ा बांकुड़ा के सांसद अरूप चक्रवर्ती का दर्द
पूजा में ढाक बजाने को बाहर जानेवालों के लिए उमड़ा बांकुड़ा के सांसद अरूप चक्रवर्ती का दर्द
ढाक बजाने बाहर जानेवाले को बांग्लादेशी कह किया गिरफ्तार, तो होगा बड़ा आंदोलन
बांकुड़ा. दुर्गापूजा में ढाक बजाने के लिए बाहर जानेवाले डोम कलाकारों को यदि बांग्लादेशी समझ कर गिरफ्तार किया गया, तो आंदोलन होगा. यह चेतावनी तृणमूल कांग्रेस के सांसद अरूप चक्रवर्ती ने दी. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी, तो संसद तक आंदोलन किया जायेगा और उसे ठप कर दिया जायेगा. सोमवार को भारतीय डोम विकास समाज परिषद की ओर से तामलिबांध में आयोजित सभा में अरुप चक्रवर्ती ने यह बयान दिया. परिषद की 11 सूत्री मांगों को लेकर जिले के विभिन्न हिस्सों से लोग लालबाजार हिंदू स्कूल मैदान से रैली निकालते हुए तामलिबांध बस स्टैंड पहुंचे, जहां सभा हुई. सभा में सांसद अरूप चक्रवर्ती के साथ पश्चिम बंग बाउरी कल्चरल बोर्ड के चेयरमैन दीपक दूले, बांकुड़ा नगरपालिका की चेयरपर्सन अलका सेन मजूमदार, डीपीएससी चेयरमैन श्यामल सांतरा समेत परिषद के शीर्ष पदाधिकारी मौजूद रहे. बाद में अरूप चक्रवर्ती ने कहा कि यहां के ढाकिये ना सिर्फ पश्चिम बंगाल, गुजरात, ओडिशा, बिहार और कोलकाता में, बल्कि अमेरिका सहित विदेशों में भी दुर्गापूजा के अवसर पर प्रदर्शन करने जाते हैं. उन्होंने दोहराया कि यदि कहीं उन्हें परेशान किया गया या झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया, तो आंदोलन की गूंज कोलकाता से दिल्ली तक सुनाई देगी. सांसद ने यह भी कहा कि डोम समाज की मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा और बाउरी कल्चरल बोर्ड की तरह डोम कल्चरल बोर्ड बनाने की सिफारिश की जाएगी.
गौरतलब है कि बंगाल की दुर्गापूजा परंपरा में ढाक बजाने वाले डोम कलाकारों की भूमिका बेहद अहम है. लंबे समय से ये कलाकार सुरक्षा, मान्यता और आजीविका की गारंटी की मांग कर रहे हैं. सोमवार को निकले विशाल जुलूस में महिला ढाकियों को भी ढाक बजाते देखा गया.
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