एनएच-19 : सर्विस रोड पर फिर धंसान, लोगों में आतंक
इलाके में ठीक से बैरिकेडिंग नहीं होने से स्कूल बस से लेकर यात्री वाहनों का आना-जाना जारी रहा, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गयी.
बार-बार धंसान की घटनाओं से प्रशासन पर उठ रहे सवाल आसनसोल. सोमवार देर रात आसनसोल उत्तर थाना क्षेत्र के कल्ला मोड़ स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग(एनएच) -19 का सर्विस रोड अचानक धंस गया. गड्ढा इतना गहरा हो गया कि आसपास से गुजरने वाले दहशत में पड़ गये. गनीमत रही कि इससे कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. मंगलवार सुबह तक भी धंसान वाले हिस्से से छोटे-बड़े वाहन बेरोक-टोक गुजरते देखे गये. इलाके में ठीक से बैरिकेडिंग नहीं होने से स्कूल बस से लेकर यात्री वाहनों का आना-जाना जारी रहा, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गयी. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पिछले कुछ महीनों में आसनसोल के राष्ट्रीय राजमार्ग और आसपास ऐसी धंसान की घटनाएं कई बार हो चुकी हैं. लोगों को आशंका है कि कभी भी बड़ी अनहोनी हो सकती है. स्थानीय लोग इसे प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा मान रहे हैं और स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं. यह कोई नया मामला नहीं है. इसके पहले भी चौरंगी मोड़ और चंद्रचूड़ मंदिर इलाके में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. उस समय नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) की ओर से स्पष्ट किया गया था कि पूरा इलाका कोयला खदान क्षेत्र के ऊपर बसा है. अतीत में कोयला निकालने के बाद जहां सही तरीके से रेत भरने की जरूरत थी, वो काम सही ढंग से नहीं किया गया. इसके चलते जमीन के अंदर खोखलापन बनता जा रहा है और समय-समय पर सड़कें बैठ या धंस जा रही हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस पूरे मामले की जिम्मेदारी कोयला कंपनियों पर है खासकर ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) समेत संबंधित संस्थाओं ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. कल्ला मोड़ पर हुए इस ताजा धंसान के बाद लोगों और यात्रियों के बीच दहशत फैल गयी है. उनका कहना है कि अगर रात के वक्त कोई भारी वाहन या यात्री भरी बस उस सड़क से गुजर रही होती और धंसान होता, तो बड़ा हादसा हो सकता था. हर बार ऐसी घटनाओं के बाद लोगों का प्रशासन पर से भरोसा कम होता जा रहा है.
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