जामुड़िया में एसआइआर फॉर्म भरने के नाम पर पैसे लेने का आरोप, पूर्व टीएमसी नेता फरार
मामला सामने आते ही इलाके में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है.
तृणमूल और भाजपा का एक दूसरे पर आरोप जामुड़िया. जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र की तपसी ग्राम पंचायत के बूथ संख्या 248 में एक बड़ा विवाद सामने आया है. यहां पूर्व तृणमूल पंचायत सदस्य सत्यनारायण राम पर आम लोगों से एसआइआर फॉर्म”””” भरने के नाम पर पैसे वसूलने का गंभीर आरोप लगा है. मामला सामने आते ही इलाके में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. स्थानीय लोगों और सूत्रों के मुताबिक, पूर्व पंचायत सदस्य सत्यनारायण राम फॉर्म भरने के लिए आम जनता से पैसे मांग रहे थे और कुछ लोगों से पैसे लिये भी गये. कई महिलाओं ने नाम न बताने की शर्त पर पुष्टि की कि उनसे फॉर्म भरने की एवज में रकम की मांग की गयी थी. जैसे ही इस अवैध वसूली की खबर स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं तक पहुंची, हड़कंप मच गया. पार्टी कार्यकर्ताओं ने तत्काल हस्तक्षेप किया और सत्यनारायण राम को फॉर्म भरने से रोका. साथ ही, उन्हें निर्देश दिया गया कि जिन लोगों से पैसे लिये गये हैं, उन्हें तत्काल वापस किया जाये. सूत्रों के हवाले से खबर है कि आरोपों का खुलासा होते ही सत्यनारायण राम इलाके से फरार हो गये हैं. बताया जा रहा है कि वह कथित तौर पर बिहार चले गये हैं. इस घटना ने इलाके में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच सियासी बयानबाजी को बढ़ा दिया है. स्थानीय टीएमसी नेताओं का कहना है कि सत्यनारायण राम को तीन साल पहले ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. उनका दावा है कि सत्यनारायण अब भाजपा समर्थक हैं और पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. भाजपा नेताओं ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि सत्यनारायण राम का भाजपा से कोई संबंध नहीं है. भाजपा नेताओं ने याद दिलाया कि उनकी पत्नी पूर्व में टीएमसी के टिकट पर पंचायत सदस्य रह चुकी हैं, जो उनके पुराने टीएमसी जुड़ाव का प्रमाण है. फिलहाल, इस घटना के बाद तपसी पंचायत इलाके में तनाव और राजनीतिक सरगर्मी बनी हुई है, जबकि पुलिस ने मामले की अनौपचारिक जांच शुरू कर दी है.
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