आसनसोल नॉर्थ में मंत्री मलय, मंत्री बाबुल सुप्रियो की प्रतिष्ठा दांव पर

चुनाव परिणाम आते ही मंत्री मलय को गंवाना पड़ा था अपना पद पिछले संसदीय चुनाव में भाजपा को मिली थी 25 हजार की बढ़त इस चुनाव में भी पार्टी नेतृत्व ने उन्हें सौंप रखी है महत्वपूर्ण जिम्मेवारी आसनसोल : आसनसोल संसदीय क्षेत्र अधीनस्थ आसनसोल नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र इस वर्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 1, 2019 6:47 AM
  • चुनाव परिणाम आते ही मंत्री मलय को गंवाना पड़ा था अपना पद
  • पिछले संसदीय चुनाव में भाजपा को मिली थी 25 हजार की बढ़त
  • इस चुनाव में भी पार्टी नेतृत्व ने उन्हें सौंप रखी है महत्वपूर्ण जिम्मेवारी
आसनसोल : आसनसोल संसदीय क्षेत्र अधीनस्थ आसनसोल नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र इस वर्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी तथा तृणमूल कांग्रेस दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. भाजपा प्रत्याशी बाबुल सुप्रिय के लिए तृणमूल पर ली गई 25 हजार मतों की लीड बढ़ाने की चुनौती है,
दूसरी ओर इस विधानसभा के तृणमूल विधायक सह राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री मलय घटक के सामने इस लीड को पाट कर बढ़त दिलाने का दायित्व है. सनद रहे कि वर्ष 2014 में भाजपा को इस संसदीय क्षेत्र से 25 हजार से अधिक मतों से लीड मिली थी.
सात विधानसभा में कुल्टी के बाद सबसे ज्यादा लीड इसी क्षेत्र से मिली थी. चुनाव परिणाम आने के दो घंटों के बाद श्री घटक को मंत्री पद से हटा दिया गया था. 49 दिनों के बाद उन्हें फिर से मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी.
वर्ष 2014 के संसदीय चुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री सुप्रिय को 4,19,983 मत, तृणमूल प्रत्याशी दोला सेन को 3,49,503 मत तथा वाममोर्चा प्रत्याशी वंशगोपाल चौधरी को 2,55,809 मत मिले थे. श्री सुप्रिय ने 70 हजार मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी
. उस चुनाव में आसनसोल नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र से कुल 1,76,295 मत पड़े थे. इसमें से भाजपा को 79,748 मत, तृणमूल को 54,784 मत, वाममोर्चा को 24,475 मत तथा कांग्रेस प्रत्याशी इंद्राणी मिश्रा को 8,523 मत मिले थे. भाजपा को 25 हजार मतों के अंतर से बढ़त मिली थी.
विधानसभा क्षेत्र में पिछले संसदीय चुनाव में कुल 278 बूथ हैं. इनमें से भाजपा को 196 बूथों पर, तृणमूल को 70 बूथों, वाममोर्चा को 13 बूथों पर तथा कांग्रेस को सिर्फ एक बूथ पर बढ़त मिली थी.
तृममूल को बूथ संख्या 09, 10, 13, 23, 27, 30, 32, 46, 49, 67, 68, 69, 71, 72, 73, 74, 77, 78, 79, 80, 81, 82, 83, 84, 87, 88, 91, 92, 93, 94, 95, 96, 97, 98, 99, 100, 101, 102, 103, 104, 105, 107, 108, 109, 110, 111, 112, 113, 114, 115, 116, 123, 134, 135, 136, 142, 143, 147, 172, 176, 179, 182, 198, 200, 206, 208, 227, 238, 240, 250 पर बढ़त मिली थी. जबकि वाममोर्चा को बूथ संख्या 207, 211, 212, 213, 245, 246, 249, 251, 252, 255, 256, 257 तथा 258 पर बढ़त मिली थी. कांग्रेस को सिर्फ बूथ संख्या 143 में बढ़त मिली थी.
लेकिन वर्ष 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में स्थिति पूरी तरह से बदल गई. इस क्षेत्र से तृणमूल से मंत्री श्री घटक, भाजपा से निर्मल कर्मकार तथा वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन से कांग्रेस प्रार्थी इंद्राणी मिश्रा प्रत्याशी बनाई गई.
तृणमूल प्रार्थी श्री घटक को 46 फीसदी यानी 84,715 मत, भाजपा प्रार्थी श्री कर्मकार को 34 फीसदी यानी 60,818 मत तथा कांग्रेस प्रार्थी सुश्री मिश्रा को 18 फीसदी यानी 31,892 मत मिले. आंकड़ों का विवेचन करें तो इस चुनाव में वाममोर्चा तथा कांग्रेस के मत कमोवेश समान ही रहे. लेकिन तृणमूल तथा भाजपा की स्थिति बदल गई.
इस चुनाव में वर्ष 2014 की तुलना में तृणमूल ने करीब 30 हजार मतों की वृद्धि की वहीं भाजपा के मतों में कमोवेश 20 हजार मतों की कमी हुई. श्री घटक को 23,897 मतों के अंतर से जीत मिली.
यह संसदीय चुनाव मंत्री श्री घटक के लिए काफी महत्वपूर्ण है. वे इस संसदीय क्षेत्र से इकलौते वरीय मंत्री तथा वरीय नेता हैं. पिछले संसदीय चुनाव में उन्हें अपना मंत्री पद भी खोना पड़ा था.
लेकिन इस समय उन्हें पार्टी नेतृत्व ने काफी दायित्व दिया है. उनके सामने लक्ष्य पार्टी प्रत्याशी को बढ़त जिलाने की है, जबकि भाजपा प्रत्याशी श्री सुप्रिय अपनी पूर्व की 25 हजार मतों के अंतर को बढ़ाने की कोशिश करेंगे.

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