UP News: AIMIM नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज, वसीम रिजवी को जूते मारने वाले को इनाम देने का किया था ऐलान

वसीम रिजवी के खिलाफ विवादित ऐलान करने के मामले में मुरादाबाद के कटघर थाने में एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष वकी रशीद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

By Prabhat Khabar | December 17, 2021 3:04 PM

UP News: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के महानगर अध्यक्ष वकी रशीद के खिलाफ मुरादाबाद के कटघर थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है. वकी रशीद ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (पूर्व नाम- वसीम रिजवी) के खिलाफ विवादित ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि वसीम रिजवी को जूते मारने वाले को 11 लाख रुपये इनाम दिया जाएगा. उनके इस बयान का वीडियो भी वायरल हुआ था.

कटघर थाना में गुरुवार देर रात वकी रशीद के खिलाफ आईपीसी की धारा 153बी, 295ए, 505 (2), 506 और 117 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. एसएचओ आरपी शर्मा ने बताया कि वकी रशीद ने जानबूझकर विवादित पोस्ट वायरल किया है. इससे समाज का एक वर्ग काफी आक्रोशित है. रशीद ने शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की है. इसने पूर्व में नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी सीएए और एनआसी को लेकर किये गए प्रदर्शन में भी वैमनस्यता फैलाने का काम किया है.

Also Read: Moradabad News: AIMIM नेता का ऐलान- जो वसीम रिजवी को जूते मारेगा, उसे 11 लाख रुपये इनाम दिया जाएगा

एआईएमआईएम के महानगर अध्‍यक्ष वकी रशीद ने आरोप लगाया कि वसीम रिजवी एक साजिश के तहत हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच फसाद कराना चाहते हैं. उनके पाक‍िस्‍तानी एजेंट होने का भी अंदेशा है, ऐसे में इसकी न‍िष्‍पक्ष जांच होनी चाह‍िए.

Also Read: ‘ओवैसी साहब को PM बनाने के लिए ज्यादा बच्चे पैदा करें मुस्लिम’, AIMIM नेता गुफरान नूर का विवादित बयान

वकी रशीद ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि अगले साल व‍िधानसभा चुनाव होने हैं, कहीं यह इसी को लेकर कोई नई चाल तो नहीं है. उन्होंने कहा कि चुनाव में ध्रुवीकरण की साज‍िश रची जा रही है. रिजवी के खिलाफ कई जगह आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं, जिससे बचने के लिए वह विवादित बयान देते रहते हैं. जो इस्लाम धर्म का नहीं हुआ, वह हिंदू धर्म का क्या होगा.

बता दें कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने बीते दिनों हिन्दू धर्म अपना लिया. उनका नाम अब जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी हो गया है. उन्होंने गाजियाबाद के डासना मंदिर में यति नरसिंहानंद सरस्वती के सामने हिंदू धर्म अपनाया.

Posted By: Achyut Kumar

Next Article

Exit mobile version