Sawan 2023 Date: कब से शुरू हो रहा सावन का महीना? जानें पूजा विधि और महत्व

Sawan 2023 Date: हिंदू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व है. उत्तर प्रदेश से लेकर भारत के अलग-अलग राज्यों में सावन का धूम देखने को मिलता है. भोले के भक्त सावन शुरू होते ही कावड़ लेकर सड़कों पर नजर आते हैं. इस साल 2023 में सावन का महीन कब शुरू हो रहा है. सावन 2023 कब है. आइए जानते हैं.

By Shweta Pandey | April 23, 2023 8:45 AM

Sawan 2023 Date: हिंदू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व है. उत्तर प्रदेश से लेकर भारत के अलग-अलग राज्यों में सावन का धूम देखने को मिलता है. भोले के भक्त सावन शुरू होते ही कावड़ लेकर सड़कों पर बाबा के दर्शन के लिए नजर आते हैं. बड़ी ही बेसब्री से शिव जी के भक्त इस दिन का इंतजार करते हैं. इस साल 2023 में सावन का महीन कब शुरू हो रहा है. सावन 2023 कब है. आइए जानते हैं.

सावन 2023 कब है

सावन का महीना इस साल (Sawan 2023 Date) 2023 में चार जुलाई 4 July दिन मंगलवार से शुरू हो रहा है, और 31 अगस्त 2023 तक है. पूरे 59 दिन यानी दो महीने तक इस साल सावन रहेगा. इसी के साथ सावन 2023 अभी शुरू होने में समय है. यहीं महीना होता है जब भोलेनाथ के भक्त बाबा को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं. यूपी में सबसे ज्यादा सावन का क्रेज देखने को मिलता है. सड़कों पर शिव के भक्तों का सैलाब देखा जाता है.

Also Read: Mirzapur Haunted Place: अगर करना है भूतों से सामना, तो चले जाएं मिर्जापुर, यहां लगती है प्रेत आत्माओं की महफिल
सावन पूजा विधि 2023

सावन का महीना बहुत जल्द शुरू होने वाला है. 4 जुलाई 2023 को सावन का महीना शुरू हो जाएगा. शिव भक्त अपने अराध्य देव को प्रसन्न करने के लिए हठ अराधना करते हैं. भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सावन माह में सुबह में जल्दी उठकर स्नान कर लें. इसके बाद अपने पास के शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर गंगाजल और गाय की कच्ची दूध से अभिषेक करें. शिव की पूजा करने के लिए बेलपत्र, गंगाजल, भांग, धतूर और भस्म से पूजा करें. पूरे सावन के महीने में ओम् नमः शिवाय मंत्र का जाप करें. महिलाएं नमः शिवाय मंत्र का जाप करें.

सावन का महत्व

पंडित जितेंद्र शास्त्री के अनुसार सावन का महीना भगवान शिवा का प्रिय महीना माना गया है. मान्यता है कि महाराज दक्ष की पुत्री सती ने शरीर को त्याग कर हजारों सालों तक श्रापित जीवन जी. इसके बाद उनका जन्म राजा हिमालय राज के घर पार्वती के रूप में जन्म लिया. मां पार्वती शिव जी को अपने पति के रूप में पाने के लिए सावन के महीने में कठोर तप किया, जिससे प्रसन्न होकर शिव ने उनकी मनोकामना पूरी की.

Next Article

Exit mobile version