यूपी में कोई गठबंधन नहीं होगा, सपा अपने दम पर चुनाव लड़ेगी : मुलायम सिंह यादव

नयी दिल्ली/ लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज यह स्पष्ट कर दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी, उसका किसी पार्टी से गठबंधन का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोई पार्टी विलय की इच्छुक है तो यह संभव है, लेकिन हम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2016 1:41 PM

नयी दिल्ली/ लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज यह स्पष्ट कर दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी, उसका किसी पार्टी से गठबंधन का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोई पार्टी विलय की इच्छुक है तो यह संभव है, लेकिन हम गठबंधन नहीं करेंगे. प्रदेश में ऐसी चर्चा चल रही थी कि सपा महागठबंधन के लिए इच्छुक है और इसके लिए वह प्रदेश में समाजवादियों को एक मंच पर ला रही है. सपा के रजत जयंती समारोह में उनके पुराने समाजवादी मित्र इकट्ठे भी हुए थे. लेकिन आज उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि पार्टी कोई गठबंधन नहीं करेगी. गठबंधन के भविष्य पर अखिलेश यादव हमेशा यह कहते रहे हैं कि नेताजी को ही इस मुद्दे पर निर्णय करना है.

चुनावी फायदा लेने वाला है नोट बंद करने का निर्णय

उन्होंने केंद्र द्वारा 500-1000 के नोट बंद करने पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार के इस निर्णय को चुनावी फायदा लेने वाला कदम बताया है. उन्होंने कहा कि अब जबकि देश में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव होना है, कालाधन पर रोकथाम के नाम पर बीजेपी ने 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद कर दिया. सरकार के इस अचानक लिये गये फैसले से आम जनता परेशान है. अराजक माहौल बन गया है, किसी को खाने का सामान नहीं मिल रहा, तो किसी को अस्पताल में इलाज नहीं मिल रहा है, यह स्थिति ठीक नहीं है.

मुलायम ने आरोप लगाया कि चुनावी फायदे के लिए सरकार ने यह निर्णय किया है और अब इसे कालाधन से जोड़कर फायदा उठाना चाहती है.
उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश में राममनोहर लोहिया के बाद किसी ने कालाधन के खिलाफ लड़ाई लड़ी तो वह है समाजवादी पार्टी. उन्होंने कहा कि हम हमेशा से कालाधन का विरोध करते रहे हैं. हम भी यह नहीं चाहते कि चुनाव में कालाधन का इस्तेमाल हो. हम हमेशा से यह मांग करते रहे हैं कि विदेशों से कालाधन लाया जाये और उसे देश के विकास में लगाया जाये. बेरोजगारों और महिलाओं का उत्थान किया जाये.
उन्होंने कहा कि बीजेपी पार्टी ने चुनाव से पहले यह कहा था कि हम सरकार बनते ही विदेशों से कालाधन लायेंगे, लेकिन लेकिन सरकार के ढाई वर्ष पूरे होने के बाद भी सरकार को कालाधन की याद नहीं आयी, तो फिर अचानक सरकार ने यह कदम क्यों उठाया.