उन्नाव बलात्कार पीड़िता की हालत नाजुक,रखा गया वेंटिलेटर पर, परिजन को मिल रही है जान से मारने की धमकी

उन्नाव : यूपी के उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में बलात्कार पीड़िता को जिंदा जलाने की जघन्‍य वारदात को अंजाम देने वाले एक आरोपी के रिश्तेदार ने अब पीड़िता के चाचा-चाची को जान से मारने की धमकी दी है. पीड़िता के चाचा गंगाघाट थाना इलाके के सीताराम कालोनी में किराये के मकान में रहकर एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 6, 2019 1:26 PM

उन्नाव : यूपी के उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में बलात्कार पीड़िता को जिंदा जलाने की जघन्‍य वारदात को अंजाम देने वाले एक आरोपी के रिश्तेदार ने अब पीड़िता के चाचा-चाची को जान से मारने की धमकी दी है. पीड़िता के चाचा गंगाघाट थाना इलाके के सीताराम कालोनी में किराये के मकान में रहकर एक छोटी सी दुकान चलाते हैं.

पीड़िता के चाचा के मुताबिक उन्हें आरोपी शिवम के फूफा ने फोन करके धमकी दी कि वे उनकी दुकान जला देंगे और जीने नहीं देंगे. उन्‍होंने बताया कि वह पुलिस को सूचना देकर कार्रवाई की मांग करेंगे. आपको बता दें कि हैदराबाद के बाद यूपी के उन्नाव में इंसानियत को तार-तार करने वाली एक घटना गुरुवार को सामने आयी. उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता को आरोपियों ने जिंदा जलाने की कोशिश की है. पीड़िता 90 प्रतिशत तक जल चुकी है और उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है.

पीड़िता की हालत नाजुक

गुरुवार को उन्नाव रेप पीड़िता को लखनऊ से दिल्ली एयरलिफ्ट किया गया, जहां उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. पीडिता को फिलहाल वेंटिलेटर पर रखा गया है. डॉक्टरों का कहना है कि पीड़िता के बचने की संभावना बहुत कम नजर आ रही है. सफदरजंग के मेडिकल सुपिरिंटेंडेंट ने जानकारी दी कि उन्नाव रेप पीड़िता की हालत काफी गंभीर है. उसके बचने की संभावना काफी कम है. अब हमने उसे वेंटिलेटर पर रखा है.


जलने के बाद एक किमी तक भागी पीडिता

पीड़िता जलने के बाद एक किमी तक मदद के लिए भागी थी. उसने खुद ही पुलिस को कॉल भी किया था. यह घटना उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के सिंदुपुर गांव की है. पीड़िता ने बताया कि वह गैंगरेप मामले की सुनवाई के लिए रायबरेली जा रही थी. तड़के करीब चार बजे वह ट्रेन पकड़ने के लिए बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन के लिए घर से निकली थी. जब वह गौरा मोड़ के पास पहुंची थी, तभी वहां पहले से मौजूद हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी और रेप के आरोपित शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी ने उसे घेर लिया. लाठी और चाकू से हमला कर दिया. हरिशंकर शुभम का पिता है. इससे वह जमीन पर गिर गयी. इसके बाद आरोपियों ने पेट्रोल डाल कर आग लगा दी. पुलिस के अनुसार, आरोपियों से बचने के लिए पीड़िता अधजली अवस्था में करीब एक किमी तक दौड़ कर भागती रही.

पीड़िता के पिता बोले- जिसे बेटा समझ कर घर आने दिया, उसी ने किया रेप

पीड़िता के पिता ने बताया कि जिसे बेटा समझ कर घर में आने दिया, उसी ने मेरे बेटी के साथ दुष्कर्म किया. शिवम ने मेरी बेटी को पहले फंसाया, फिर एक दिन रायबरेली ले गया. वहां उसने दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया. फिर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर वह बेटी को ब्लैकमेल करने लगा. शिवम मेरे गांव का ही बच्चा है, भरोसे में हमने उसे अपने घर आने दिया था. शिवम एक दिन बेटी को लेकर भाग गया और दो महीने तक रायबरेली में रहा. इसके बाद बेटी को घर छोड़ गया. जब हम लोगों को सारी बात पता चली, तो हमने शादी के लिए कहा, तो वह हमें ही धमकाने लगा. इसके बाद 12 दिसंबर, 2018 को आरोपी शिवम अपने साथी शुभम के साथ आया. दोनों मंदिर में शादी कराने के बहाने उसे ले गये और गैंगरेप किया. बहुत दौड़-भाग के बाद 5 मार्च, 2018 को एफआइआर दर्ज हो पायी थी.

चश्मदीद बोला- उसे एक बार देख कर लगा कोई शैतानी साया है

घटना के चश्मदीद रहे रवींद्र ने बताया कि बुरी तरह आग में लिपटी होने के बावजूद पीड़िता ने हिम्मत दिखायी और आसपास के लोगों से मदद मांगी. वह मदद की गुहार लगाती हुई दौड़ती आ रही थी. इस तरह उसने लगभग एक किमी का सफर तय कर लिया था. उसकी गंभीर हालत को देख कर किसी ने भी उसकी मदद के लिए आगे आने की हिम्मत नहीं की. उन्हें खुद यह लगा कि यह कोई इंसान नहीं, बल्कि कोई शैतानी साया है. युवती जब उनके करीब पहुंची, तो वह भी घबरा गये, लेकिन जल्द ही माजरा समझ में आ गया. इस पर उन्होंने पुलिस की 112 नंबर सेवा पर फोन किया. युवती ने खुद पुलिस को आपबीती बतायी. उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस उसे अपने साथ ले गयी.

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