दलितों के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की सरकार से नाराज दिखीं BJP सांसद, कहा- संसद से सड़क तक करूंगी संघर्ष

बहराइच :उत्तरप्रदेश के बहराइच सेभाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने बुधवार को एक बार फिर अपनी ही पार्टी और सरकारकेखिलाफ नाराजगी जाहिर कीहै. सावित्री बाई फुले ने उत्तर प्रदेश में दलितों पर हो रहे अत्याचारको लेकर चिंता जताते सरकार से इसमामलेमें दखल देने की मांग की है. सावित्री बाई फुले ने कहा कि हमारी न […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2018 5:37 PM

बहराइच :उत्तरप्रदेश के बहराइच सेभाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने बुधवार को एक बार फिर अपनी ही पार्टी और सरकारकेखिलाफ नाराजगी जाहिर कीहै. सावित्री बाई फुले ने उत्तर प्रदेश में दलितों पर हो रहे अत्याचारको लेकर चिंता जताते सरकार से इसमामलेमें दखल देने की मांग की है. सावित्री बाई फुले ने कहा कि हमारी न तो सरकार से नाराजगी हैऔर न ही पार्टी से नाराजगी है.मैं डॉ. आंबेडकर के बनायेगये संविधान और दियेगये आरक्षण के तहत बहराइच लोकसभा सीट से सांसद चुनी गयी हूं. मेरी जिम्मेदारी बनती है कि देश के बहुजनों पर हो रहे अत्याचार, शोषण, अन्याय के खिलाफ आवाज उठाऊं. चाहे वह सदन हो या सड़क, मैं हर जगह संघर्ष करूंगी.

जब भाजपा सांसद से यह पूछा गया कि क्या योगी सरकार कार्रवाई को लेकर गंभीर नहीं है, तो सावित्री बाई फुले ने कहा कि मैं बस इतना कहना चाहती हूं कि अगर साजिशकर्ताओं से सख्ती से नहीं निपटा गया तो बहुजन समाज बहुत आहत होगा. भाजपा सांसद ने कहा कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान अनुसूचित जाति के लोग जो शहीद हुए हैं. साथ ही जिन्होंने हमला किया है, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

सावित्री बाई फुले ने आगे कहा, इस बारे में जांच बैठायीजाना चाहिए कि जब बहुजन समाज शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहा था, उसे खूनी क्रांति में बदलकर बहुजन समाज का दिमाग हटाने की साजिश की गयी. सरकार से मांग करतेहुए उन्होंने कहा, अन्याय करने वालों के खिलाफ हर कीमत पर कार्रवाई होनी चाहिए. पार्टी की लाइन से अलग हट करउनकेद्वारा आवाज उठाये जानेकेसंबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मैं पार्टी के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोल रही हूं और न ही मैं सरकार के विरोध में बोल रही हूं. सावित्री बाई फुले ने कहा कि मैं तो सरकार ही एक अंग हूं और ये हमारी जिम्मेदारी बनती है कि बहुजन समाज के साथ हो रहे अन्याय को रोका जाये.