#Deepotsav : योगी ने अयोध्या में की सरयू आरती, घाट पर जलाए रिकॉर्ड 1.71 लाख दीप

अयोध्या : अयोध्या में इस बार की दिवाली बेहद खास है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी मेंयहांत्रेता युग को जीवंत कर दिया गया. पूरा माहौल भक्तिमय हो उठा है. इस बीच 1.71 लाख दीपों से पूरा सरयू तट जगमगा उठा. सीएम योगी ने सरयू तट पर सरयू आरती की. दीपोत्सव में छोटी दिवाली के मौके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2017 6:00 PM

अयोध्या : अयोध्या में इस बार की दिवाली बेहद खास है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी मेंयहांत्रेता युग को जीवंत कर दिया गया. पूरा माहौल भक्तिमय हो उठा है. इस बीच 1.71 लाख दीपों से पूरा सरयू तट जगमगा उठा. सीएम योगी ने सरयू तट पर सरयू आरती की. दीपोत्सव में छोटी दिवाली के मौके पर माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ भगवान रामहेलिकॉप्टर सेअयोध्या की धरती पर उतरे. जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु वशिष्ठ की तरह उनका स्वागत किया.

गौरतलब हो कि त्रेता युग को आज अयोध्या में जीवंत करते हुए हेलीकॉप्टर को पुष्पक विमान के रूप में सजाया गया था. इसके पहले अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से श्री राम की शोभा यात्रा शुरू हुई. शोभा यात्रा का समापन रामकथा पार्क में हुआ. यहीं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘भगवान राम’ का स्वागत किया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अयोध्या के श्रीराम कथा पार्क में भगवान राम का राज्याभिषेक भी किया और दीपोत्सव कार्यक्रम का शुभारम्भ किया. इस मौके पर सीएम योगी के साथ राज्यपाल राम नाईक और दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा मौजूद थे.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यों को राम राज्य स्थापित करने की दिशा में उठाये गये कदम करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार के कार्यों से देश के आम नागरिक को जो सुख मिलेगा, वही राम राज्य होगा.

योगी ने आध्यात्मिक नगरी अयोध्या में दीपावली के भव्य आयोजन के अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि हर परिवार के सिर पर छत हो. वर्ष 2019 तक अपना व्यक्तिगत शौचालय हो, बिजली हो. यही रामराज्य है. अगर हर गरीब के पास घर हो, रोजगार हो, बिजली हो तो उसके लिये वही रामराज्य है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संकल्प से सिद्धि तक का मंत्र दिया है. उनका संकल्प है कि एक ऐसा भारत बने जो गंदगी, गरीबी, जातिवाद, सम्प्रदायवाद, आतंकवाद, नक्सलवाद से मुक्त हो. उन्होंने कहा भगवान राम उस समय के सबसे बड़े आतंक के पर्याय रावण और उसकी सेना को मारकर अयोध्या लौटे थे. इस देश को जिस दिशा में प्रधानमंत्री ले जा रहे हैं.

निरंतर विकास की योजनाएं चल रही है. हम आप सबको आश्वस्त कर सकते हैं. एक-एक कर सारे कार्य हो रहे हैं. केवल उस संकल्प के साथ जुडिये, अगर आपके पास ताकत होगी तो उसके बल पर कुछ भी कर सकते हैं. वह ताकत होगी विकास की. वह ताकत होगी भारत को ताकतवर बनाने की इच्छा की. जय श्री राम के गगनभेदी नारों के बीच गोरक्षपीठाधीश्वर ने कहा कि अयोध्या के बारे में देश और दुनिया के मन में क्या है. इसकी तस्वीर पेश करने के लिये जरुरी था कि दुनिया को मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने वाली सभी चीजें देने वाली अयोध्या को उसके असल रुप में पेश किया जाए. उसे नकारात्मक चर्चा के बिंदु से उसे सकारात्मकता तक ले जाने का हमारा अभियान है.

योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों के बारे में कहा, वह रावण राज्य था जो जाति, परिवार और क्षेत्र के नाम पर भेदभाव करता था. अब वे ही लोग भाजपा सरकारों पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जिनका खण्डन करना हम अपना अपमान समझते हैं. सरकार विकास कार्य से रामराज्य की परिकल्पना को साकार करना चाहती है. योगी ने कहा कि अयोध्या ने दुनिया को दीपोत्सव दिया लेकिन अयोध्या खुद उपेक्षित हो गयी. वह लगातार प्रहार झेलने को मजबूर होती गयी, लेकिन अब यह स्थिति नहीं रहेगी. आज 135 करोड़ रुपये की लागत से केंद्र की योजनाओं का शिलान्यास हुआ है. उन्होंने कहा कि अयोध्या को आशंकाओं की नजरों से देखना बंद हो, उस पर से प्रश्नचिह्न हटे. हम इसके लिये यहां उपस्थित हुए हैं. अब कहा जा रहा है कि हम जनता का ध्यान हटाने के लिये अयोध्या आये हैं. लेकिन हम तो अपनी योजनाओं के साथ यहां आये हैं.
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश-दुनिया में पर्यटन का हब बने. इसकी शुरुआत हम अयोध्या से करने जा रहे हैं, ताकि अयोध्या पुराने वैभव के साथ फिर स्थापित हो. लोग नकारात्मकता छोड़कर अयोध्या के बारे में सही तरीके से सोचना शुरू करें. अयोध्या उपेक्षित नहीं होगी. यहां पर्यटन को बढ़ावा देने में जो सहायक होगा, हम उसे केंद्र के साथ मूर्तरुप देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार दिलाना सरकार की जिम्मेदारी है. सरकार इसे स्वीकार करने के लिये आपके पास आयी है. हम आपको त्रेता युग की उन स्मृतियों से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जब अयोध्या में वनवास के बाद श्रीराम का आगमन हुआ था. आज अयोध्या की जितनी आबादी है, उतने ही दीप जलने चाहिये.
उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया और थाईलैण्ड जैसे देशों में भगवान राम को अपना पूर्वज मानते हैं. इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है. वहां से रामलीला मंचन के लिये आये कलाकार मुस्लिम हैं. वे कहते हैं कि इस्लाम हमारा मजहब है लेकिन राम हमारे पूर्वज हैं.
योगी ने कहा, भारत की ही तरह इंडोनेशिया और श्रीलंका समेत एक दर्जन देशों में रामलीला होती है. मैं संतों के चरणों में आज यह अनुरोध करना चाहूंगा कि अगर अगले वर्ष से रामायण मेले का कार्यक्रम अगर इसी आयोजन से जोड़ दिया जाए और एक साथ दुनिया की सभी रामलीलाओं का मंचन अलग-अलग दिन करना प्रारम्भ करें तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और अयोध्या के बारे में जो प्रश्न उठते हैं, वे उठने बंद हो जायेंगे.