प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ा, निचले इलाके डूबने से प्रशासन ने तेज किए सुरक्षा के उपाय

दोनों नदियों के बढ़े हुए जलस्तर के कारण संगम घाट के आसपास के निचले इलाके और आस-पास की सड़कें जलमग्न हो गईं. अचानक ही पानी का बहाव बढ़ने के कारण प्रशासन ने संगम तट के घाटों पर लोगों के नहाने पर पाबंदी लगा दी है. इससे श्रद्धालुओं को संगम में डुबकी लगाए बिना बैरंग ही लौटना पड़ रहा है.

By Prabhat Khabar | August 17, 2022 1:48 PM

Prayagraj News: यूपी की संगमनगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ गया है. बुधवार को दर्ज किए गए आंकड़े प्रशासन की चिंता बढ़ा रहे हैं. इन दोनों नदियों के बढ़े हुए जलस्तर के कारण संगम घाट के आसपास के निचले इलाके और आस-पास की सड़कें जलमग्न हो गईं. अचानक ही पानी का बहाव बढ़ने के कारण प्रशासन ने संगम तट के घाटों पर लोगों के नहाने पर पाबंदी लगा दी है. इससे श्रद्धालुओं को संगम में डुबकी लगाए बिना बैरंग ही लौटना पड़ रहा है.

घाट छोड़ सुरक्षित स्थान की ओर बढ़े लोग

तीर्थ स्थल पर लंबे समय से पूजा-अर्चना करवा रहे पुरोहित विक्की पांडे ने एएनआई से कहा कि गंगा और यमुना के जलस्तर में और बढ़ोत्तरी दर्ज की जा सकती है. वहीं, एक तीर्थयात्री राजेश कुमार ने कहा, ‘हम अपना सामान बांधकर दूसरे छोर पर ले जा रहे हैं क्योंकि यमुना का जलस्तर बुधवार के बाद से लगातार बढ़ रहा है जबकि गंगा का जलस्तर अभी स्थिर है.’ एक अन्य पुजारी ने बताया कि दिल्ली में यमुना का पानी छोड़ने के बाद सोमवार से यहां के घाटों पर जलस्तर बढ़ता जा रहा है. वहीं, एक अन्य पुजारी रमेश पांडेय ने कहा, ‘अब तक पानी अपने सामान्य स्तर से लगभग 8.5 फीट ऊपर चढ़ गया है. ऐसे में हम लोग अब सुरक्षित स्थान की ओर बढ़ रहे हैं.’

19 और 20 को हो सकती है तेज बारिश

इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को अनुमान जताया है कि यूपी में आने वाले कुछ दिनों में भारी बारिश और आंधी या बिजली गिरने की संभावना है. आईएमडी ने ट्वीट कर कर जानकारी दी है, ‘19 और 20 अगस्त को पूर्वी उत्तर प्रदेश और 20 अगस्त को पश्चिम उत्तर प्रदेश में आंधी, पानी और तेज हवा के झोंके का सामना करना पड़ सकता है.’

दिल्ली में भी यमुना खतरे के निशान के पार 

उधर, देश की राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 204.5 मीटर को पार कर गया है. बुधवार को नदी का जलस्तर 204.98 मीटर दर्ज किया गया है. सरकार की ओर से जारी की गई सूचना के मुताबिक, नदी के जलस्तर में आया यह अतिरिक्त पानी हरियाणा की हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से आया है. पूर्वानुमान के अनुसार, ओल्ड रेलवे ब्रिज के जलस्तर में 9 बजे से 11 बजे के बीच 205.25 मीटर तक जलस्तर बढ़ सकता है. इसके बाद यह स्थिर हो जाएगा.

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