22 दिन तक फ्रीजर में रखा रहा बेटे का शव, अब पिता अंतिम संस्कार के लिए राजी, जानें क्या है पूरा मामला

यूपी के सुल्तानपुर जिले में एक व्यक्ति 22 दिनों तक डीप फ्रीजर में रखे अपने बेटे के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हो गया है. पुलिस ने उसे दोबारा पोस्टमार्टम कराने का आश्वासन दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2021 9:59 PM

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर (Sultanpur) जिले में सेना के एक पूर्व जवान 22 दिनों तक डीप फ्रीजर (Deep Freezer) में रखे बेटे के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हो गए. पुलिस ने उन्हें दोबारा पोस्टमार्टम कराने का आश्वासन दिया है. मृतक के शव का 24 घंटे के अंदर अंतिम संस्कार करने के लिए सुल्तानपुर जिला प्रशासन से नोटिस मिलने के बाद पुलिस ने मंगलवार को शव को दोबारा पोस्टमार्टम करने का फैसला किया.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 1 अगस्त को मरने वाले शिवांक के शव को उसके पिता सेवानिवृत्त सूबेदार शिवप्रसाद पाठक (Retired Subedar Shivprasad Pathak) ने 3 अगस्त से अपने घर पर डीप फ्रीजर में रखा हुआ था. शिवप्रसाद ने यह आरोप लगाते हुए अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था कि उनके बेटे की हत्या पैसे के लिए की गई है. वे शव का दोबारा पोस्टमार्टम की मांग कर रहे थे. हालांकि दिल्ली में किए गए पोस्टमार्टम में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया गया था.

पुलिस के मुताबिक, शिवांक की दिल्ली में कथित तौर पर 1 अगस्त को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उसके पिता शिवप्रसाद शव को सुल्तानपुर स्थित अपने घर ले गए और 3 अगस्त से अपने बेटे का अंतिम संस्कार करने से पहले उसे न्याय दिलाने की मांग करते हुए श को डीप फ्रीजर में रख दिया था.

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बलदिराय सीओ राजा राम ने बताया कि फिर से पोस्टमार्टम कराने का आदेश मिला है. हम व्यवस्था कर रहे हैं. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जाने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

मुख्य राजस्व अधिकारी शमशाद हुसैन ने बताया कि मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी किरण गोंड ने पूर्व में दोबारा पोस्टमार्टम कराने की अर्जी खारिज कर दी थी. स्थानीय प्रशासन ने शिवांक के पिता को चेतावनी दी थी कि शव का अंतिम संस्कार नहीं करने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है. सुल्तानपुर के जिला मजिस्ट्रेट रवीश गुप्ता (Sultanpur district magistrate Raveesh Gupta) ने सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक की और परिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार करने का आदेश दिया.

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शिवांक के पिता शिवप्रसाद ने बताया कि उनके बेटे ने 2012 में एक व्यक्ति के साथ मिलकर दिल्ली में एक कंपनी खोली थी. कंपनी की पार्टनर ने दिल्ली निवासी गुरलीन कौर को एचआर नियुक्त किया था. शिवांक ने इस लड़की से 2013 में शादी की थी. शिवप्रसाद ने आरोप लगाया कि पैसे के लिए गुरलीन और उनकी कंपनी के अन्य कर्मचारियों ने उनके बेटे की हत्या कर दी.

Posted by : Achyut Kumar

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