यूपी चुनाव के पहले अब सीएम योगी ने भी छेड़ा डीएनए वाला राग, कहा – ‘जय श्रीराम’ नहीं बोलने वालों पर होता है शक

सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीएनए वाला राग छेड़ते हुए कहा, 'मुझे नहीं लगता की उत्तर प्रदेश या देश के किसी व्यक्ति को जयश्री राम बोलने में दिक्कत होगी. राम हमारे पूर्वज थे, हमें इसपर गर्व होना चाहिए.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 4, 2021 5:26 PM

गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले साल वर्ष 2022 के मार्च-अप्रैल में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले डीएनए वाला राग छेड़ दिया है. इसके पहले, बिहार विधानसभा चुनाव-2015 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिहार के लोगों के डीएनए पर सवाल खड़ा किया था. इस बार यूपी चुनाव के पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीएनए वाला राग छेड़ते हुए कहा, ‘मुझे नहीं लगता की उत्तर प्रदेश या देश के किसी व्यक्ति को जयश्री राम बोलने में दिक्कत होगी. राम हमारे पूर्वज थे, हमें इसपर गर्व होना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसा नहीं मानते, मुझे उनके डीएनए पर थोड़ा संदेह है.

बुधवार को एक मीडिया हाउस को दिए साक्षात्कार में सीएम योगी ने कहा कि मुझे पिछले दो साल खासकर कोरोना के दौरान सभी धर्मों के धर्माचार्यों से मिलने का मौका मिला है. मैं समय-समय पर सबको बुलाकर बात करता रहता हूं. उनकी बातों को ध्यान से सुनता हूं. वे अच्छी बातें बोलते हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, ‘आज यूपी का हर व्यक्ति मानता है कि पिछले कुछ सालों में दंगे नहीं हुए हैं. दंगे होंगे और हिंदू मरेगा, तो क्या मुसलमान सुरक्षित रहेगा. अगर एक तबका मरेगा तो दूसरा भी उसकी चपेट में आएगा. एक तबका सुरक्षित है, तो दूसरा तबका भी महफूज रहेगा.’

उन्होंने कहा कि भारत या उत्तर प्रदेश का कोई नागरिक ऐसा नहीं होगा, जिसे जय श्री राम बोलने में कोई दिक्कत होगी. जयश्री राम के नारे पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से पूछा गया कि क्या आप सभी नागरिकों को जय श्री राम बोलने के लिए कह रहे हैं? इसके जवाब उन्होंने कहा कि आप बोल सकते हैं. राम हमारे पूर्वज थे, ये मैं नहीं बोल रहा हूं.

उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश इंडोनेशिया राम को अपना पूर्वज मानता है. इंडोनेशिया में मुस्लिम भी रामलीला करते हैं. राम हमारे पूर्वज थे, इस पर हमें गौरव की अनुभूति होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर इंडोनेशिया इस पर गौरव की अनुभूति कर सकता है, तो हम क्यों नहीं? हमें इस बात पर गौरव करना चाहिए की राम से हमारा संबंध है. अगर कोई ये नहीं मानता है, तो मुझे उस पर और उसके डीएनए पर थोड़ा शक होता है.

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