वाराणसी में अवैध ढंग से बना चार मंजिला भवन ध्वस्त, पखवारे भर पहले ईंट गिरने से युवती की गई थी जान

देखते ही देखते भवन जमींदोज होता चला गया. इस कार्रवाई में मजदूरों के साथ बुलडोजर की भी मदद ली गई. इस दौरान गोदौलिया-मैदागिन मार्ग पर आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया था. सुरक्षा व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए काफी तादाद में पुलिस की तैनाती की गई थी.

By Prabhat Khabar | September 21, 2022 7:34 PM

Varanasi News: नगर के सर्वाधिक भीड़ वाले इलाके में शुमार बांसफाटक क्षेत्र (बड़ादेव) में मानचित्र स्वीकृत कराए बिना बनाए गए अवैध चार मंजिला इमारत को बुधवार को विकास प्राधिकरण की टीम ने गिरा दिया. देखते ही देखते भवन जमींदोज होता चला गया. इस कार्रवाई में मजदूरों के साथ बुलडोजर की भी मदद ली गई. इस दौरान गोदौलिया-मैदागिन मार्ग पर आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया था. सुरक्षा व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए काफी तादाद में पुलिस की तैनाती की गई थी.

बता दें कि कुछ दिनों पहले इस भवन के निर्माण के दौरान ईंट गिरने से एक युवती की मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद प्रशासन हरकत में आया और निर्माणाधीन इमारत के बारे में जांच शुरू की. वीडीए (वाराणसी डेवलपमेंट अथॉरिटी) के संयुक्त सचिव परमानंद यादव ने बताया कि अवैध निर्माण को पूरी तरह ध्वस्त किया जाएगा. यह अवैध निर्माण हाई फ्लड लेवल एरिया (एचएफएल) में दशाश्वमेध क्षेत्र के बड़ादेव मोहल्ले में कराया गया था.

बता दें कि इंडस्ट्रियल एरिया (रामनगर) स्थित वीडीए कालोनी निवासी जयदेव घोष आठ सितंबर को परिवार के संग श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन कर लौट रहे थे. गोदौलिया की तरफ आते समय बड़ादेव क्षेत्र में अवैध तरीके से निर्माणाधीन चार मंजिला भवन से ईंट गिरने से जयदेव की पुत्री मुस्कान (21वर्ष) के सिर पर गंभीर चोट लगी. घायलवस्था में उसे तुरंत बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया. यहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस बीच निर्माणाधीन भवन में काम कर रहे मजदूर भाग गए. वहीं, घटनास्थल पर जुटे स्थानीय लोगों ने विकास प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों पर अवैध निर्माण नहीं रोकने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की थी.

मामला तूल पकड़ने लगा तो विकास प्राधिकरण के अमले ने इस अवैध निर्माण को गिराने की रणनीति बनाई और उसे अमल में लाया. ध्वस्तीकरण के दौरान आसपास की दुकानों को प्रशासन ने एहतियातन बंद करा दिया था. इसके लिए मंगलवार को ही दशाश्वमेध के एसीपी अवधेश पांडेय ने निर्माण स्थल का निरीक्षण कर आसपास के दुकानदारों को सुबह 11 बजे के बाद दुकान बंद रखने के लिए ताकीद कर दिया था. विकास प्राधिकरण के नवागत उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल ने कहा कि भवन के ध्वस्तीकरण का खर्च संबंधित भवन मालिक से वसूल किया जाएगा.

Also Read: Varanasi News: यूपी में अब मृत जानवर नहीं बनेंगे मुसीबत, वाराणसी में बन रहा प्रदेश का पहला पशु शवदाह गृह

Next Article

Exit mobile version