ईसीएल, CISF एवं रेलवे अधिकारियों की मिलीभगत से बंगाल में हो रही थी कोयले की चोरी, CBI ने 4 राज्यों में 45 जगह छापे मारे

पश्चिम बंगाल में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) और सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्यूरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) अधिकारियों की मिलीभगत से कोयला चोरी हो रही थी. इसकी पुख्ता जानकारी मिलने के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित कोयला चोर अनूप मांझी के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद शनिवार को 4 राज्यों में 45 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 28, 2020 10:03 PM

कोलकाता/नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) और सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्यूरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) अधिकारियों की मिलीभगत से कोयला चोरी हो रही थी. इसकी पुख्ता जानकारी मिलने के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित कोयला चोर अनूप मांझी के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद शनिवार को 4 राज्यों में 45 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया.

मांझी पर ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के दो महाप्रबंधकों एवं तीन सुरक्षाकर्मियों के साथ सांठगांठ करके चोरी का धंधा करने का संदेह है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. सीबीआई ने बताया कि यह तलाशी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में हुई.

अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी ने शुक्रवार को आरोपी अनूप मांझी और ईसीएल के महाप्रबंधकों (तब कुनुसटोरिया और अब पांडवेश्वर क्षेत्र के) अमित कुमार धर और (काजोर क्षेत्र के) जयेश चंद्र राय, ईसीएल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी तन्मय दास, क्षेत्रीय सुरक्षा निरीक्षक धनंजय रॉय तथा एसएसआई एवं सुरक्षा प्रभारी (काजोर क्षेत्र) देबाशीष मुखर्जी के विरुद्ध मामला दर्ज किया था.

Also Read: बंगाल में सीबीआई की रेड पड़ी, तो हो गयी ECL के सुरक्षा अधिकारी की मौत

अधिकारियों के अनुसार, आरोप है कि अनूप मांझी उर्फ लाला, कुनुसटोरिया और कोजरा इलाकों में ‘लीज होल्ड’ खदानों से कोयले के अवैध खनन एवं उसकी चोरी के धंधे में कथित रूप से लगा हुआ था. उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान एजेंसी को 40 लाख रुपये नकद, दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एवं वित्तीय लेन-देन के कागजात मिले. सीबीआई ने ‘भरोसेमंद सूत्रों’ से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई की.

उसे इन सूत्रों से सूचना मिली थी कि ईसीएल, सीआईएसएफ और रेलवे के अधिकारियों की मिलीभगत से ईसीएल के ‘लीजहोल्ड’ क्षेत्र में कोयले का अवैध खनन एवं उसकी चोरी हो रही है. ईसीएल के सतर्कता विभाग और उसके कार्यबल को भी बड़ी उत्खनन मशीनों की मदद से मई, 2020 से अवैध खनन और कोयले की ढुलाई किये जाने का पता चला था और गाड़ियों को टीम ने जब्त किया था.

सीबीआई ने प्राथमिकी में आरोप लगाया, ‘अवैध धर्मकांटा (तराजू) लगाने की कई घटनाओं का भी पता चला, जो ईसीएल क्षेत्रों से बड़े पैमाने पर संगठित तरीके से अवैध कोयला खनन एवं ढुलाई की पुष्टि करती है.’ उसने आरोप लगाया, ‘सूत्र ने यह भी खुलासा किया कि कुनुसटोरिया इलाके में टोपसी गांव के पीछे लीजहोल्ड क्षेत्र में और कजोरा क्षेत्र में कोयला माफियाओं द्वारा ईसीएल और सीआईएसएफ के अधिकारियों के साथ मिलीभगत से अवैध खनन चल रहा है.’

Also Read: IRCTC News, Indian Railways News: झारखंड, बिहार के लोगों के लिए पूर्व रेलवे ने दी खुशखबरी, 12 पूजा स्पेशल ट्रेनें दिसंबर में भी चलेंगी

विभाग द्वारा 7 अगस्त, 2020 को मारे गये छापे के दौरान पांडवेश्वर क्षेत्र से चुराया गया 9 मीट्रिक टन से अधिक कोयला बरामद किया गया. अन्य स्थानों पर भी ऐसी बरामदगी हुई थीं. एजेंसी ने आरोप लगाया, ‘समझा जाता है कि रेलवे के अज्ञात अधिकारियों की मिलीभगत से अपराधियों द्वारा ‘रेलवे साइडिंग’ पर अवैध गतिविधियां चलायी जा रही हैं.’ सीबीआई ने आरोप लगाया है कि अनूप मांझी उर्फ लाला कोयले के अवैध खनन एवं चोरी के धंधे का सरगना था.

इस बीच, ईसीएल सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले में रानीगंज के कुनुसटोरिया इलाके में इस सरकारी कंपनी के सुरक्षा निरीक्षक धनंजय रॉय तब बीमार पड़ गये, जब तलाशी अभियान चल रहा था. सूत्रों के अनुसार, उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गयी.

Also Read: पश्चिम बंगाल में ‘कर्म भूमि’ ऐप्प से 8,000 आईटी पेशेवरों को रोजगार मिला, karmobhumi.nltr.org पर आपको भी मिल सकता है काम

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version