Gorakhpur News: मेडिकल माफिया डॉ. अभिषेक यादव की 103 करोड़ की संपत्ति कुर्क, 5 दिनों तक चली कार्रवाई

मेडिकल माफिया डॉ अभिषेक यादव पर बड़ी कार्रवाई हुई है. राज नर्सिंग कॉलेज एंड पैरामेडिकल कॉलेज के संचालक और उसकी पत्नी और बहन की पुलिस और प्रशासन ने 103 करोड़ से अधिक की संपत्तियों को जब्त किया है. लगातार 5 दिनों से चल रही यह कार्रवाई बुधवार को समाप्त हो गई है.

By Prabhat Khabar | November 10, 2022 3:03 PM

Gorakhpur News: गोरखपुर में फर्जी प्रवेश के लिए छात्रों से ठगी करने वाले मेडिकल माफिया गैंगस्टर डॉ. अभिषेक यादव पर प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है. प्रशासन ने यादव के राज नर्सिंग पैरामेडिकल कॉलेज पर ताला लगाते हुए यादव और उसकी पत्नी के अलावा बहन की कुल 103 करोड़ से अधिक 9 संपत्तियां जब्त कर ली हैं. लगातार 5 दिनों से चल रही यह कार्रवाई बुधवार को समाप्त हुई.

जब्त की गई संपत्ति में कोतवाली थाना क्षेत्र के दुर्गावाड़ी स्थित राज नर्सिंग होम शामिल है, जिसकी कीमत 21.30 करोड़ रुपए है. इसके अलावा अभिषेक यादव का जतेपुर उत्तरी स्थित घर (कीमत 2.5 करोड़ रुपए), नकहा जंगल स्थित राज गौशाला (कीमत 35.20 करोड़ रुपए), राज नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज (कीमत करीब 12.83 करोड़ रुपए) को जब्त किया है. इन सभी प्रॉपर्टी की कीमत करीब 99. 21 करोड़ रुपए है. इसके साथ ही प्रशासन ने 32.40 लाख की कीमत की गाड़ी भी जब्त की है. जिसमें बाइक, कार, स्कूल वाहन, ट्रैक्टर, टाटा मैजिक सहित कई गाड़ियां शामिल हैं.

गोरखपुर जिलाधिकारी ने आरोपियों के कुल 19 खाते को भी जब्त कराया है. इन बैंक खातों में करीब 3.5 करोड़ रुपए जमा थे. गंगेस्टर डॉक्टर अभिषेक यादव ने धोखाधड़ी और कूट रचित दस्तावेज तैयार कर छात्रों को झांसे में लेकर शासन द्वारा स्वीकृत सीटों के अतिरिक्त फर्जी तरीके से राज नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज में विभिन्न मेडिकल कोर्स में प्रवेश देकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया था.

राज नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज के संचालक डॉ अभिषेक यादव के खिलाफ छात्रों के आंदोलन और एक छात्र द्वारा आत्महत्या की कोशिश के बाद प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की थी. मामले में शिकायत मिलने पर शासन के संयुक्त सचिव अनिल कुमार सिंह ने, 8 जनवरी 2022 को कोतवाली थाने में राज नर्सिंग कॉलेज के संचालक पर कूट रचित दस्तावेज तैयार कर ठगी करने का मुकदमा दर्ज कराया था. इतना ही नहीं ठगी का शिकार हुए छात्रों के परिजनों ने भी कोतवाली थाने में संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था.

रिपोर्टर– कुमार प्रदीप, गोरखपुर

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