कल्याण सिंह की पहली पुण्यतिथि पर ‘बाबूजी’ फिर आएंगे याद, अलीगढ़-लखनऊ में होंगे कई कार्यक्रम

कल्याण सिंह का जन्म यूपी के अलीगढ़ जिले में अतरौली तहसील के मढ़ोली गांव में 5 जनवरी, 1932 में हुआ था. वहीं से राजनीति की शुरुआत कर लखनऊ, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश तक राजनीति में एक से बढ़कर एक ऊंचा कद प्राप्त किया. 21 अगस्त 2021 में कल्याण सिंह ने दुनिया को अलविदा कह दिया.

By Prabhat Khabar | August 20, 2022 6:33 PM

Aligarh News: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पहली पुण्यतिथि पर कल रविवार को अलीगढ़ ही नहीं लखनऊ समेत कई जगहों पर कार्यक्रम होंगे. बाबूजी के नाम से विख्यात कल्याण सिंह को फिर से याद किया जाएगा. विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, राज्यपाल जैसे संवैधानिक पदों पर रहे, लोध बिरादरी के राष्ट्रीय नेता कल्याण सिंह ने 21 अगस्त 2021 में सबको अलविदा कह दिया था.

अलीगढ़-लखनऊ में होंगे कार्यक्रम

कल्याण सिंह का जन्म यूपी के अलीगढ़ जिले में अतरौली तहसील के मढ़ोली गांव में 5 जनवरी, 1932 में हुआ था. वहीं से राजनीति की शुरुआत कर लखनऊ, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश तक राजनीति में एक से बढ़कर एक ऊंचा कद प्राप्त किया. 21 अगस्त 2021 में कल्याण सिंह ने दुनिया को अलविदा कह दिया. इस बार कल 21 अगस्त को पहली पुण्यतिथि पर कल्याण सिंह की जन्म और कर्म भूमि अतरौली समेत अलीगढ़, लखनऊ में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. पहली पुण्यतिथि को धूमधाम से मनाने की तैयारियों में भाजपा संगठन और प्रदेश सरकार जुट गई है. लखनऊ में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ कैंसर इंस्टिट्यूट में लगाई गई कल्याण सिंह की विशाल प्रतिमा का अनावरण करेंगे.

कल्याण सिंह के परिवार में हैं ये…

कल्याण सिंह की पत्नी रामवती अभी भी अतरौली के मढ़ोली वाले घर में अकेली रहती हैं. कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया एटा के सांसद हैं और अपनी पत्नी प्रेमलता वर्मा, अपने छोटे सुपुत्र सौरभ सिंह के साथ मैरिस रोड स्थित राज पैलेस में रहते हैं. कल्याण सिंह के बड़े नाती संदीप सिंह योगी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पद पर आसीन हैं.

10 बार विधायक, 2 बार सांसद, 2 बार सीएम रहे…

कल्याण सिंह अतरौली विधानसभा सीट से 10 बार विधायक निर्वाचित हुए थे. 1967, 1969, 1974 में कल्याण सिंह जनसंघ से विधायक रहे. 1977 में कल्याण सिंह जनता पार्टी से जीते, लेकिन 1980 में कांग्रेस के अनवर खान से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. इस हार के बाद फिर लगातार पांच चुनाव 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 में एमएलए बने. 2002 में कल्याण सिंह ने बीजेपी छोड़ने के बाद अपनी पार्टी राष्ट्रीय क्रांति पार्टी बनाई थी. इसके बाद वह अपनी पार्टी से विधायक बने थे. कल्याण सिंह 2004 में एटा, 2009 में बुलंदशहर से सांसद भी रहे. कल्याण सिंह 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे.

राजस्थान, हिमाचल के रहे राज्यपाल…

कल्याण सिंह भाजपा संगठन में राष्ट्रीय स्तर तक के पदाधिकारी रहे. विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री के बाद मृत्यु से पूर्व कल्याण सिंह राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे.

रिपोर्ट : चमन शर्मा

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