Azamgarh News: अखिलेश यादव बोले बड़े अंतर से जीतेंगे आजमगढ़ सीट, जेल में रमाकांत यादव से मिले

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आखिरकार सोमवार को आजमगढ़ पहुंच गये. लोकसभा उपचुनाव में आजमगढ़ से उन्होंने दूरी बनाकर रखी थी. लेकिन जेल में बंद कद्दावर समाजवादी नेता रमाकांत यादव का हालचाल लेने वह आजमगढ़ पहुंच गये.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 22, 2022 6:25 PM

Azamgarh News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को अचानक आजमगढ़ मंडलीय कारागार में बंद विधायक रमाकांत यादव से मिलने पहुंच गये. उन्होंने वरिष्ठ नेता रमाकांत यादव से एक घंटे तक जेल में वार्ता की. जेल से बाहर आने पर उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला और कहा कि रमाकांत यादव के खिलाफ झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं.

झूठे मुकदमे लगाकर सपा कार्यकर्ताओं को भेज रहे हैं जेल

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि रमाकांत यादव जनपद के फूलपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वे आजमगढ़ से 4 बार सांसद भी रहे हैं. सरकार चाहती है कि वह जेल से बाहर न आने पाएं. बहुत पुराने मामले, जिसमें 20 साल से ज्यादा का समय हो चुका है, उन्हें जेल भेजा गया है. इतने पुराने मामले में जानबूझकर सरकार के इशारे पर उन्हें जेल भेजा गया. ऐसा लगता है कि बीजेपी 2024 की अभी से तैयारी कर रही है. जानबूझकर जनता का ध्यान भटकाने और विपक्ष के नेताओं की आवाज को दबाने के लिए ये लोग झूठे मुकदमे लगाकर सपा कार्यकर्ताओं को जेल भेज रहे हैं.

बीजेपी सरकार गरीबी, महंगाई और बेकारी पर नहीं करती बात

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा विपक्ष पर झूठे आरोप लगा रही है. भाजपा की तमाम गलत कार्रवाईयों के पीछे प्रशासन है. बीजेपी सरकार गरीबी, महंगाई और बेकारी पर बात नहीं करना चाहती है. 1 लाख 13 हजार नौजवानों ने अग्निवीर बनने के लिए आवेदन किया है. सरकार बताए इसमें कितनों को नौकरी मिलेगी? जितने नौजवानों ने आवेदन किया है, उसमें से 1 लाख 10 हजार नौजवान घर वापस आ जाएंगे.

2024 में बड़े बहुमत से जीतेंगे आजमगढ़ सीट 

आजमगढ़ दौरे के दौरान लोकसभा उपचुनाव हारने की टीस उनकी बातों में दिखी. उन्होंने कहा कि 2024 में आजमगढ़ सीट जनता के समर्थन से बड़े बहुमत के साथ वापस आ जाएगी. गौरतलब है के अखिलेश यादव लोकसभा उपचुनाव में एक बार भी आजमगढ़ नहीं गये थे. जबकि उनके इस्तीफा देने के बाद ही आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था. माना जा रहा है कि यदि वह एक बार भी आजमगढ़ चले जाते तो उपचुनाव में सपा की हार नहीं होती. अखिलेश यादव ने आजमढ़ से भी भाजपा सरकार से जातीय जनगणना कराने की मांग की है.

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