सियासी जमीन मजबूत करने में जुटे सचिन पायलट, क्या राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार का होगा खेला?

Rajasthan Congress Crisis: बताते चलें कि पिछले साल सचिन पायलट अपने कैंप के करीब डेढ़ दर्जन विधायकों के साथ राजस्थान छोड़कर चले गए थे, जिसके बाद राज्य में सियासी भूचाल आ गया था. हालांकि हाईकमान के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2021 2:09 PM

Rajasthan News: राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच फिर से सियासी टशन की शुरूआत हो सकती है. बताया जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी की वजह से पायलट गुट के नेताओं का धैर्य अब जवाब दे रहा है. वहीं सचिन पायलट लगातार राजस्थान में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में जुट गए हैं.

राजनीतिक गलियारों में चल रही सियासी चर्चा के मुताबिक राज्य में पंजाब की तरह ही पायलट गुट के नेता फिर से बगावत कर सकते हैं. एक विधायक ने मीडिया से नाम न छापने के अनुरोध पर कहा कि अगर इस महीने कैबिनेट विस्तार नहीं किया जाएगा तो, जुलाई के समय पार्टी के विधायक बागी हो सकते हैं.

सियासी जमीन मजबूत करने में जुटे सचिन पायलट- बताया जा रहा है कि सचिन पायलट डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी छीनने के बाद से ही सियासी जमीन मजबूत करने में जुटे हैं. सचिन पायलट पूर्वी राजस्थान के दौसा, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, अलवर, टोंक, जयपुर और अजमेर जिले में लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुके हैं. सचिन पायलट की कोशिश पूर्वी राजस्थान के मीणा और गुर्जर वोट बैंक को मजबूत करने पर है.

पुराने नेताओं को साधने की कोशिश- इधर, पिछले दिनों परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने सचिन पायलट से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगी है. माना जा रहा है कि सचिन पायलट अपने पुराने नेताओं को साधने में जुट गए हैं.

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पहले भी हो चुकी है बगावत- बताते चलें कि पिछले साल सचिन पायलट अपने कैंप के करीब डेढ़ दर्जन विधायकों के साथ राजस्थान छोड़कर चले गए थे, जिसके बाद राज्य में सियासी भूचाल आ गया था. हालांकि हाईकमान के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था.

Posted By: Avinish Kumar Mishra

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