Jharsuguda News: बाढ़ से जर्जर हुई सड़कों और बांध की मरम्मत के लिए 63 करोड़ रुपये मंजूर
Jharsuguda News: झारसुगुड़ा में बारिश और बाढ़ के कारण हुए नुकसान का विधायक ने आकलन किया. उन्होंने उचित मुआवजा दिये जाने की बात कही.
Jharsuguda News: झारसुगुड़ा जिले में लगातार हुई बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है. विशेष रूप से लैयकरा व किरमिरा ब्लॉक और झारसुगुड़ा नगरपालिका क्षेत्र में सड़कें वा बांध टूट गये हैं और कई घर ढह गये हैं. फसल भी बर्बाद हुई है. सरकार ने इस क्षति के प्रति संवेदनशीलता दिखायी है और आवश्यक निर्माण और मरम्मत कार्यों के साथ-साथ किसानों को उचित मुआवजा प्रदान करने का आश्वासन दिया है.
प्रभावित किसानों को प्रदान किया जायेगा मुआवजा
विधायक टंकधर त्रिपाठी ने बताया कि सरकार की ओर से सड़क मरम्मत के लिए लोक निर्माण और ग्रामीण विकास विभाग को लगभग 60 करोड़ रुपये प्रदान किये गये हैं. कृषि भूमि और घरों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. विभिन्न क्षेत्रों में बांध टूट गये हैं, उनकी मरम्मत के लिए तीन करोड़ रुपये मंजूर किये गये हैं. विधायक त्रिपाठी ने कहा है कि प्रारंभिक क्षति आकलन के अनुसार, सड़क मरम्मत के लिए लोक निर्माण और ग्रामीण विकास विभाग को लगभग 60 करोड़ रुपये प्रदान किये गये हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग-49 के निर्माणाधीन बाईपास सड़क का तटबंध टूट जाने से कुछ तालाबों और कृषि भूमि में राख फैल गयी है. जिला प्रशासन द्वारा आकलन कर मुआवजा प्रदान किया जायेगा. राजमार्ग विभाग द्वारा भी क्षतिग्रस्त किसानों को मुआवजा प्रदान किया जायेगा. लोक निर्माण विभाग के मंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
खेत में राखड़ गिरने को लेकर बीजद ने भाजपा पर साधा निशाना
झारसुगुड़ा में बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान और खेतों में राखड़ (फ्लाई ऐश) गिरने की घटना को लेकर बीजद और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. पूर्व विधायक दीपाली दास ने जिला प्रशासन, एनएच विभाग और झारसुगुड़ा विधायक टंकधर त्रिपाठी को जिम्मेदार ठहराया है. बीजद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया है कि एनएच-49 के निर्माण में इस्तेमाल की गयी राख शियालरामा के तालाब में घुस गयी और केलदमाल और दुरलगा गांवों की खेती को बहा ले गयी, जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ. उन्होंने कहा कि बारिश की जानकारी होने के बाद भी एनएच विभाग ने राख को मिट्टी से क्यों नहीं ढका. बीजद ने कहा है कि इससे प्रभावित किसानों को तुरंत मुआवजा दिया जाये. साथ ही कहा कि इसकी पुनरावृत्ति राेकने के लिए जिला प्रशासन और एनएच विभाग को जिम्मेदारी से काम करने की आवश्यकता है. मौके पर झारसुगुड़ा जिला बीजद अध्यक्ष हरीश गणात्रा, पूर्व जिला अध्यक्ष रवि सिंह, प्रताप नंदा, वरिष्ठ नेता रघुमणि पटेल, संदीप अवस्थी, बंधपाली सरपंच तापी मेराई, अरदा सरपंच वीणापानी पोड़, किरमिरा जिला परिषद सदस्य रीता बाग, ब्लॉक अध्यक्ष चूड़ामणि साहू, आकाश ताजन व अन्य मौजूद थे.बारिश से प्रभावित लोगों को तुरंत मदद दी जाये : नगरपाल
झारसुगुड़ा नगर परिषद हॉल में नगरपालिका की एक आवश्यक बैठक आयोजित की गयी. नगरपाल रानी हाथी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विभिन्न वार्डों के पार्षदों ने भाग लिया. इसमें नगरपाल ने विभागीय अधिकारियों को प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने को कहा. उन्होंने प्रभावित लोगों को पका हुआ भोजन और कपड़े उपलब्ध कराने के निर्देश दिये. कार्यपालक अधिकारी ने वार्ड अधिकारी को नुकसान का आकलन कर गुरुवार शाम तक रिपोर्ट देने को कहा. इंजीनियरिंग विभाग को क्षतिग्रस्त नालियों और सड़कों की मरम्मत करने समेत इंजीनियरों को पुल के नीचे बाकी सभी निर्माण कार्य पूरे करने के निर्देश दिये गये हैं. साथ ही चेतावनी दी गयी है कि वर्क ऑर्डर मिलने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं करने वालों को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई की जायेगी. टैक्स कलेक्टर को सरकारी जमीन खाली कराने की प्रक्रिया में तेजी लाने और बकाया राशि वसूलने के निर्देश दिये गये हैं. इस बैठक में उप-नगरपाल वेणुगोपाल पाणिग्राही, कार्यपालक अधिकारी मानस रंजन मल्लिक, नगर निगम के अभियंता समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
