Naba das Murder Case: मंत्री नब दास मर्डर केस में आया नया मोड़, आरोपी के हस्तलिखित कागजात बरामद

ओडिशा के दिवंगत स्वास्थ्य मंत्री नब दास मर्डर केस में नया मोड़ आया है. क्राइम ब्रांच को इस केस आरोपी के हस्तलिखित कागजात मिले हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | February 3, 2023 1:08 PM

स्वास्थ्य मंत्री नवदास हत्याकांड में क्राइम ब्रांच के हाथ एक नयी जानकारी लगी है. इसके अनुसार हत्यारोपी गोपाल दास ने पहले ही मंत्री को मारने की साजिश रची थी और वह अपने हाथ से हत्या का खाका बनाया हुआ कागजात लेकर घूम रहा था. सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच के हाथ पहले कागजात के 15 टुकड़े और फिर 5 टुकड़े मिले. कागजात के ये टुकड़े झारसुगुड़ा एयरपोर्ट थाने के टॉयलेट में रखे थे. गोपाल दास इस कागजात को अपनी जेब में रखे हुए था..

क्राइम ब्रांच को मिला हस्तलिखित लेटर

कहा जा रहा है कि उसने इस पत्र में मंत्री की हत्या का खाका तैयार किया था. वहीं, यह भी समझा जा रहा है कि गोपाल दास ने नवदास की हत्या के सभी सबूतों को नष्ट करने की कोशिश की थी. हालांकि, उसे 100 फीसदी सफलता नहीं मिल पायी. संभावना जतायी जा रही है कि जब्त कागजात में नवदास की हत्या के रहस्य से जुड़े सबूत छिपे हैं. बुधवार को क्राइम ब्रांच द्वारा रिमांड पर लिये जाने और पूछताछ के बाद गोपाल द्वारा खुद इस संबंध में जानकारी दी है.

ASI गोपाल दास का कॉल डिटेल रिकॉर्ड मिला

स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की गोली मार कर हत्या करने वाले आरोपी बर्खास्त पुलिस एएसआइ गोपाल कृष्ण दास के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल ( सीडीआर) आ गयी है. जो वर्तमान में क्राइम ब्रांच के पास है. टीम इससे यह पता लगाने के प्रयास में है कि घटना के दिन गोपाल ने किस किस से बात की या किसने उसे फोन किया और कितनी बार किया.

वहीं इसी के साथ क्राइम ब्रांच की टीम यह भी जांच करेगी की अभियुक्त एएसआइ ने घटना के पहले भी किन-किन लोगों से बात की और किन लोगों ने उससे कितनी देर व क्या बात की थी. पूरी सीडीआर की जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि इस हत्याकांड की असली वजह क्या है. साथ ही इसका भी खुलासा हो सकेगा कि इसमें केवल आरोपी गोपाल शामिल है या इसके पीछे कोई साजिश है.

फॉरेंसिक टीम कर रही है नवदास को लगी गोली की तलाश

स्वास्थ्य मंत्री नवदास के सीने में लगी गोली शरीर से आर-पार होने के बाद इस गोली की तलाश में फॉरेंसिक टीम, बैलेस्टिक टीम व साइंटिफिक टीम जुटी है. इसके तहत बड़माल थाना, जहां उक्त गाड़ी रखी गयी है, वहां पहुंच कर उस गाड़ी में गोली को खोजने का प्रयास किया जा रहा है. इस टीम ने गाड़ी के आगे की सीट जिस पर मंत्री बैठे थे, उसे भी बाहर निकाल कर जांच की. साथ ही मंत्री के पीछे-पीछे चल रही एक अन्य इनोवा गाडी, जोकि स्वास्थ्य विभाग की थी, उसके पिछले दरवाजे पर भी गोली के साफ निशान मिले थे, जिससे इस टीम ने इस इनोवा गाड़ी की भी जांच की है.

हत्या, बदला या मानसिक बीमारी?

झारसुगुड़ा के विधायक सह सूबे के स्वास्थ्य मंत्री नवदास के हत्यारोपी पुलिस एएसआइ को लेकर अंचल के लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं. इसमें कोई हत्या के पीछे आरोपी की मानसिक बीमारी को मुख्य कारण बता रहा है, तो कोई उसके द्वारा किसी बात का बदला लेने के लिए हत्या को अंजाम देने की बात कह रहा है. वहीं, कई लोग इसे एक सुनियोजित हत्याकांड भी बता रहे हैं.

दिवंगत स्वास्थ्य मंत्री से हत्यारोपी का था नजदीकी रिश्ता

हत्यारोपी एएसआइ गोपाल कृष्ण दास को अपने 12 वर्षों के झारसुगुड़ा जिले में कार्यकाल के दौरान नवदास के करीब होने का काफी मौका मिला था. नवदास अक्सर अपने विधानसभा क्षेत्र समेत ब्रजराजनगर विधानसभा क्षेत्र के भी विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करते थे. इस दौरान आरोपी कई कार्यक्रमों में नवदास के काफी करीब रहा है. यह सब उक्त समय के फोटो में देखा गया है. जिससे चर्चा है कि यदि कोई पुरानी दुश्मनी इस हत्या का कारण है, तो गोपाल कभी भी नवदास की हत्या कर सकता था. लेकिन, गत रविवार को गांधी चौक में एक कार्यालय के उद्घाटन में पहुंचे नवदास पर जिस प्रकार से उसने गोली चलायी,

उसके पीछे आरोपी की मानसिक बीमारी नहीं, बल्कि यह एक सुनियोजित हत्याकांड होने की चर्चा है. गत 18 सितंबर को नुआखाई परिवार की ओर से गांधी चौक पर आयोजित भेटघाट कार्यक्रम में स्वर्गीय नव किशोर दास मुख्य अतिथि व सांसद सुरेश पुजारी सम्मानित अतिथि थे. उस दिन भी गोपाल दिवंगत नवदास के साथ ही रहा था. यह केवल एक घटना नहीं है, बल्कि नवदास जब भी ब्रजराजनगर नगरपालिका के जिस किसी भी कार्यक्रम में अंश ग्रहण करते थे, उस दाैरान आरोपी गोपाल ड्यूटी में उनके आसपास ही रहता था. साथ ही वह कई मर्तबा नवदास के पास जाकर उनसे बात भी किया करता था. इससे दिवंगत मंत्री से उसका काफी नजदीकी रिश्ता होने की बात सामने आयी है.

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