Rourkela News: इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स ने मनाया अभियंता दिवस, उद्योग और शिक्षा जगत के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर

Rourkela News: आरएसपी के सहयोग से इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स, इंडिया ने 58वां अभियंता दिवस गोपबंधु सभागार में मनाया.

By BIPIN KUMAR YADAV | September 15, 2025 11:24 PM

Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सहयोग से इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), राउरकेला स्थानीय केंद्र की ओर से 58वां अभियंता दिवस सोमवार को गोपबंधु सभागार में मनाया गया. भारत रत्न, सर एम विश्वेश्वरैया, जो एक प्रतिष्ठित विद्वान, राजनेता और भारत के महानतम इंजीनियरों में से एक थे, की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल इसी दिन अभियंता दिवस मनाया जाता है.

सर एम विश्वेश्वरैया को अर्पित की गयी पुष्पांजलि

कार्यक्रम की शुरुआत सर एम विश्वेश्वरैया की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई. कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) विश्वरंजन पलाई इस समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) सुदीप पाल चौधरी विशिष्ट अतिथि. वेस्टिंग हाउस इलेक्ट्रिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कंट्री डायरेक्टर डॉ आलोक मिश्रा इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे. मंच पर महाप्रबंधक प्रभारी (सीइएम) एवं आइइआइ राउरकेला स्थानीय चैप्टर के अध्यक्ष संतोष कुमार पोलाकी और कार्यवाहक मानद सचिव, आइइआइ, राउरकेला चैप्टर प्रो राम चंद्र प्रधान भी उपस्थित थे. मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ जेके आचार्य, कई मुख्य महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष और संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ एनआइटी राउरकेला के संकाय सदस्यों ने भी इस सत्र में भाग लिया.

परमाणु ऊर्जा और एआइ की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया

इस वर्ष के समारोह का विषय ‘डीप टेक एंड इंजीनियरिंग एक्सीलेंस: ड्राइविंग टेकेड’ था. श्री पलाई ने कॉलेजों से उद्योग के लिए तैयार स्नातकों के लिए उद्योग और शिक्षा जगत के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया. उन्होंने मानवता के कल्याण के लिए समाज की गंभीर चुनौतियों का समाधान करने में इंजीनियरों की भूमिका को मजबूत करने पर भी जोर दिया. इस अवसर पर डॉ आलोक मिश्रा ने ऊर्जा परिवर्तन में परमाणु ऊर्जा और एआइ की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने भारत में वेस्टिंगहाउस एपी1000 परियोजना, एसएमआर-एपी300, ई-विंस एडवांस माइक्रो रिएक्टर, दीर्घ अवधि ऊर्जा भंडारण प्रणाली (एलडीइएस) के बारे में जानकारी दी और माइक्रो रिएक्टरों की व्यवहार्यता और लागत प्रभावशीलता के बारे में बताया. अपने स्वागत भाषण में संतोष कुमार पोलाकी ने 1920 से राष्ट्र की सेवा में आइइआइ राउरकेला केंद्र की भूमिका और 1935 से रॉयल चार्टर से संबद्धता पर प्रकाश डाला.

सीआर महापात्रा और प्रोफेसर एसके पटेल को किया सम्मानित

इस अवसर पर, भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी सीआर महापात्रा और एनआइटी, राउरकेला के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर एसके पटेल को कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) द्वारा सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के दौरान तकनीकी पत्रों के वक्ताओं और अखिल भारतीय संगोष्ठियों के संयोजकों को भी पुरस्कृत किया गया. इससे पहले, श्री पोलाकी ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया. सर एम विश्वेश्वरैया के जीवन और योगदान पर एक प्रस्तुति दी गयी और इस अवसर को चिह्नित करने के लिए एक स्मारिका का विमोचन किया गया. उपस्थित लोगों को इंजीनियर दिवस की शपथ दिलायी गयी. प्रोफेसर राम चंद्र प्रधान ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ. एनआइटी राउरकेला की प्रोफेसर रचना शेरावत ने कार्यक्रम का संचालन किया.

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