Bhubaneswar News: बुजुर्ग से बोले सीएम : ‘आत्महत्या’ की बात न करें, सबको मिलेगा न्याय
Bhubaneswar News: मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी का जन सुनवाई कार्यक्रम सोमवर को आयोजित हुआ. उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी.
Bhubaneswar News: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की जन सुनवाई का 14वां सत्र सोमवार को भुवनेश्वर में आयोजित हुआ. जन सुनवाई के दौरान आत्महत्या जैसे शब्द के उल्लेख पर सीएम ने कड़ा विरोध जताया. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे धैर्य बनाये रखें और समस्याओं के समाधान के लिए सरकार की प्रक्रिया पर भरोसा रखें, न कि कोई चरम कदम उठायें. यह घटना तब हुई, जब एक बुजुर्ग आवेदक ने अपनी समस्या बताते हुए आत्महत्या का संकेत दिया.
शिकायत सही है, तो न्याय जरूर मिलेगा, सरकार लोगों की समस्याओं को गंभीरता से ले रही
मुख्यमंत्री माझी ने तुरंत उसे रोकते हुए इस तरह की बातों को सख्त लहजे में नकारा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कृपया ऐसा शब्द भी मत बोलिये. अगर आपकी शिकायत सही है, तो न्याय जरूर मिलेगा. मैं स्वयं यहां इसलिए उपस्थित हूं कि आपकी समस्याएं सुन सकूं और उचित कार्रवाई कर सकूं. उन्होंने आगे कहा कि उनकी व्यक्तिगत मौजूदगी इस बात का प्रमाण है कि सरकार नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से ले रही है. मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि जो भी शिकायत उनके पास पहुंचेगी, उसे पूरी संवेदनशीलता के साथ देखा जायेगा और समाधान किया जायेगा. उन्होंने कहा कि आपको मनुष्य का जीवन मिला है. आप आत्महत्या जैसी बातें क्यों कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे कानूनी और संस्थागत माध्यमों से अपनी शिकायतों का समाधान तलाशें और किसी भी परिस्थिति में हताश होकर आत्मघाती कदम न उठायें.
आठ मंत्री और विभागीय अधिकारी जन सुनवाई में रहे उपस्थित
जन सुनवाई में मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री तथा कृषि एवं कृषक सशक्तीकरण मंत्री कनक वर्धन सिंह देव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ मुकेश महालिंग, गृह निर्माण एवं नगर विकास मंत्री डॉ कृष्णचंद्र महापात्र, पंचायती राज, पेयजल एवं ग्रामीण विकास मंत्री रवि नारायण नायक, विद्यालय एवं जन शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा एवं दिव्यांग सशक्तीकरण, अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री नित्यानंद गंड, उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा सेवा तथा ओड़िया भाषा, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री सूर्यवंशी सूरज, सहकारिता, हस्ततंतु, बुनकरी एवं हस्तशिल्प मंत्री प्रदीप बल सामंत और वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, श्रम एवं कर्मचारी राज्य बीमा मंत्री गणेश राम सिंह खुंटिया प्रमुख रूप से उपस्थित रहकर जनता की शिकायतें सुनी.
सीएम के शिकायत प्रकोष्ठ में सांप मिला, मची अफरा-तफरी
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सोमवार सुबह जिस परिसर में जनता की शिकायतें सुन रहे थे, वहां से एक सांप को बचाया गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के शिकायत कक्ष में आने से कुछ ही मिनट पहले दिव्यांग व्यक्तियों से संबंधित प्रतीक्षा कक्ष में सांप पाया गया. उन्होंने बताया कि सांप छत से गिरकर एक बैग के नीचे छिप गया. हॉल में उसे देखते ही वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गयी, जिसके बाद अधिकारियों ने सांप हेल्पलाइन से सहायता मांगी. सांपों के बचाव और संरक्षण के लिए कार्यरत संस्था स्नेक हेल्पलाइन के महासचिव शुभेंदु मलिक ने कहा कि सुबह 9:25 बजे कॉल मिलने के बाद मैं मुख्यमंत्री के शिकायत प्रकोष्ठ पहुंचा और एक छोटे सांप को बचाया. उन्होंने बताया कि यह पीले रंग का एक फुट लंबा सांप है, जिसे जंगल में छोड़ दिया जायेगा. जब सांप को सुरक्षित बाहर निकाला गया, उस वक्त परिसर में महिलाएं, बच्चे, दिव्यांगजन और पत्रकार समेत करीब 2,000 लोग मौजूद थे.
प्राप्त शिकायतों में से 88 प्रतिशत का हुआ समाधान
भुवनेश्वर के यूनिट-2 स्थित शिकायत कक्ष में मुख्यमंत्री के साथ राज्य मंत्रिमंडल के आठ मंत्रियों, अतिरिक्त मुख्य सचिव, शासन सचिव और अधिकारियों ने जनता की शिकायतें सुनीं. बताया गया कि 13वीं पाली तक कुल 12,252 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 10,807 मामलों का समाधान किया जा चुका है. यह लगभग 88 प्रतिशत निवारण दर को दर्शाता है. हर बार की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री कार्यक्रम की शुरुआत में ही पहुंचे और पहले बाहर प्रतीक्षा कर रहे दिव्यांग एवं गंभीर बीमारियों से पीड़ित लगभग 40 वरिष्ठ नागरिकों से व्यक्तिगत रूप से भेंट कर उनकी शिकायतें प्राप्त कीं. उन्होंने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश भी दिये.
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