Sambalpur News: स्वस्थ जीवनशैली से नियंत्रित हो सकता है हृदय रोग : धर्मेंद्र प्रधान
Sambalpur News: कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओडिशा शाखा के 30वें वार्षिक सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शामिल हुए.
Sambalpur News: भागमभाग वाली जीवनशैली, शारीरिक क्रिया में कमी और खानपान में लापरवाही से ओडिशा समेत देश और पूरे विश्व में हृदयरोग के मामलों में भारी बढ़ोतरी हो रही है. यह बातें केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कही. वे संबलपुर में कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया, ओडिशा शाखा के 30वें वार्षिक सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. ये आयोजन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया का साझा कार्यक्रम था.
सुस्त जीवनशैली का त्याग कर संतुलित खानपान अपनाना होगा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हृदय रोग की रोकथाम के लिए सुस्त जीवनशैली का त्याग कर संतुलित खानपान अपनाना होगा. भागम भाग वाली जीवनशैली, मानसिक तनाव, खानपान में लापरवाही, अस्थिर सामाजिक माहौल से इस तरह की बीमारियां बढ़ रही हैं. इसे रोकने को जागरुकता अभियान चलाना होगा. उन्होंने बताया कि इस रोग के निराकरण को लेकर केंद्र की मोदी सरकार की ओर से सीबीएसइ से संबद्ध सभी स्कूलों में टाइप-2 मधुमेह, मोटापा, दांत की समस्या और बीमारियों के समाधान के लिए शुगर बोर्ड की स्थापना की गयी है. देश में स्वास्थ्य को लेकर फिट इंडिया अभियान एक जन आंदोलन बन गया है. मिलेट को श्री अन्न का परिचय देकर भोजन में शामिल करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है. भोजन में 10% तेल कम करने की सलाह को अपनाना होगा. संबलपुर में आयोजित ये वार्षिक अधिवेशन हृदय रोग कम करने में सहायक होगा. कार्यक्रम ने संबलपुर विधायक जयनारायण मिश्र समेत कई गणमान्य उपस्थित थे.
भुवनेश्वर : हिंदी दिवस पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी शुभकामनाएं
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हिंदी दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने शुभकामना संदेश में लिखा, हिंदी दिवस की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि भारतीयता की पहचान है. यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर, हमारी भावनाओं और हमारे आपसी संबंधों का अद्भुत प्रतिरूप है. एकता और विविधता की मिसाल प्रस्तुत करते हुए हिंदी ने देश के हर कोने को एकजुट करने का काम किया है. हमें गर्व है कि हिंदी न केवल संवाद का माध्यम है, अपितु यह हमारी सांस्कृतिक और सामाजिक इकाई को मजबूती प्रदान करने वाला सेतु भी है. आइये, इस हिंदी दिवस पर, हम संकल्प लें कि हम हिंदी भाषा का सम्मान करेंगे, इसे सशक्त करेंगे और आने वाली पीढ़ियों तक इसकी सुंदरता को पहुंचायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
