कोल्हान के उर्दू शिक्षकों की वरीयता क्रम सुधारने की डीसी व आरडीडीई से अपील, ज्ञापन भी सौंपे

Jharkhand news, Chakradharpur news : कोल्हान क्षेत्र के उर्दू शिक्षकों की वरीयता क्रम में हुई गड़बड़ी को सुधारने की अपील झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ, कोल्हान प्रमंडल ने डीसी और सह जिला शिक्षा स्थापना समिति (district education establishment committee ) के अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक (deputy director of regional education- RDDE) से की है. गुरुवार को दोनों अधिकारियों से भेंट करते हुए संघ के शिष्टमंडल ने ज्ञापन सौंप कर प्रारंभिक शिक्षकों की वरीयता सूची में क्रम सुधारने का आग्रह किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2020 5:41 PM

Jharkhand news, Chakradharpur news : चक्रधरपुर (पश्चिमी सिंहभूम) : कोल्हान क्षेत्र के उर्दू शिक्षकों की वरीयता क्रम में हुई गड़बड़ी को सुधारने की अपील झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ, कोल्हान प्रमंडल ने डीसी और सह जिला शिक्षा स्थापना समिति (district education establishment committee ) के अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक (deputy director of regional education- RDDE) से की है. गुरुवार को दोनों अधिकारियों से भेंट करते हुए संघ के शिष्टमंडल ने ज्ञापन सौंप कर प्रारंभिक शिक्षकों की वरीयता सूची में क्रम सुधारने का आग्रह किया है.

ज्ञापन में कहा गया है कि एससी- एसटी (SC- ST) शिक्षकों के बाद भाषाई अल्पसंख्यक शिक्षकों (Linguistic minority teachers) को स्थान मिलना चाहिए. दूसरी सूरत में सामान्य शिक्षकों (General teachers) और उर्दू शिक्षकों (Urdu teachers) के नियुक्ति पत्र में शामिल क्रमवार शिक्षकों को एक साथ क्रम दें. ज्ञापन में कहा गया है कि पश्चिमी सिंहभूम जिला एवं सरायकेला-खरसावां जिला में उर्दू शिक्षकों की वरीयता क्रम में फर्क है.

मांगपत्र में ग्रेडेशन लिस्ट में वर्ष 1994 में नियुक्त उर्दू शिक्षकों की वरीयता क्रम गलत दर्शाये जाने की जानकारी दी गयी. सरायकेला-खरसावां जिला में उर्दू शिक्षकों की वरीयता क्रम सामान्य शिक्षकों के मेधा क्रमांक के साथ रखा गया है, जबकि पश्चिमी सिंहभूम जिले में सामान्य शिक्षकों के मेघा क्रमांक खत्म होने के बाद उर्दू शिक्षकों का क्रम शुरू किया गया है. इस गलती को सुधार करते हुए दोनों श्रेणी के शिक्षकों को समान रूप से वरीयता क्रमांक देने की मांग की गयी है.

Also Read: झारखंड के इतिहास में पहली बार सरना धर्म कोड को लेकर विधानसभा का विशेष सत्र 11 को, विधानसभा अध्यक्ष ने कही ये बात

इस संदर्भ में कोल्हान प्रमंडल सचिव महफुजुर रहमान ने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) द्वारा वर्ष 1994 में 12 उर्दू शिक्षक नियुक्त किये गये थे. जिला विभाजन के बाद 5 उर्दू शिक्षक सरायकेला-खरसावां जिला में और 7 पश्चिमी सिंहभूम जिले में पदस्थापित रहे.

उन्होंने कहा कि मेधा क्रमांक को वरीयता का आधार माने जाने से उर्दू शिक्षकों का अधिकार बनता है कि सामान्य शिक्षकों के साथ-साथ ही उर्दू शिक्षकों के मेधा क्रमांक को शामिल किया जाये. दोनों श्रेणी के शिक्षकों की नियुक्ति का ज्ञापांक, तिथि, विज्ञापन, परीक्षा तथा नियुक्ति एक साथ एक ही वेतनमान एवं गैर योजना मद में की गयी है. इसलिए मेधा क्रमांक भी एक ही होनी चाहिए. शिष्टमंडल में प्रमंडल अध्यक्ष अब्दुल माजिद खान, सचिव महफुजुर्रहमान, मो नसीम अख्तर, मो अबुबकर, शमशेर आलम, आफताब आलम, निकहत परवीन और शाहिद अनवर शामिल थे.

Posted By : Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version