सिमडेगा को पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में बड़ा कदम, बाघचंडी मंदिर समेत इन जगहों को पर्यटन स्थल के रूप में मिली मान्यता

छुरिया धाम में पीसीसी, शेड, सीढ़ी निर्माण, घुमरी में शेड निर्माण, वनदुर्गा में हाई मास्ट लाइट, पथ निर्माण, केतुगांधाम में मोरम पथ, चेंजिंग रूम, चबूतरा, भंवरपहाड़ में हाई मास्ट लाइट, शेड, बाघचंडी मंदिर परिसर में हाई मास्ट लाइट निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया. बीरूगढ़ द्वारा एनओसी प्राप्त होने के पश्चात कार्यों को शुरू करने की बात कही गयी. उपायुक्त ने संबंधित कार्यपालक अभियंता को एनएच एवं मुख्य चौक-चौराहों में पर्यटन स्थल की दूरी एवं दिशा से संबंधित साइनेज लगाने का निर्देश दिया.

By Prabhat Khabar | February 9, 2021 2:13 PM

jharkhand news, simdega news सिमडेगा : जिला स्तरीय पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक समाहरणालय में हुई. इसकी अध्यक्षता उपायुक्त सुशांत गौरव ने की. बैठक में उपायुक्त ने बताया कि मां बाघचंडी मंदिर, छुरिया धाम, घुमरी, वनदुर्गा मंदिर, केतुंगाधाम, बीरूगढ़, सतकोट्टा एवं भंवरपहाड़ गढ़ को पर्यटन स्थल के रूप में अधिसूचित किया गया है. यह जिले के लिए गर्व की बात है. राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा सभी चयनित आठ पर्यटन स्थलों का विकास किया जायेगा.

छुरिया धाम में पीसीसी, शेड, सीढ़ी निर्माण, घुमरी में शेड निर्माण, वनदुर्गा में हाई मास्ट लाइट, पथ निर्माण, केतुगांधाम में मोरम पथ, चेंजिंग रूम, चबूतरा, भंवरपहाड़ में हाई मास्ट लाइट, शेड, बाघचंडी मंदिर परिसर में हाई मास्ट लाइट निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया. बीरूगढ़ द्वारा एनओसी प्राप्त होने के पश्चात कार्यों को शुरू करने की बात कही गयी. उपायुक्त ने संबंधित कार्यपालक अभियंता को एनएच एवं मुख्य चौक-चौराहों में पर्यटन स्थल की दूरी एवं दिशा से संबंधित साइनेज लगाने का निर्देश दिया.

सभी अाठ पर्यटन स्थलों को गूगल मैप में प्रदर्शित कराने की बात कही गयी, ताकि पर्यटकों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो सके. उन्होंने संबंधित अभियंता को कहा कि संबंधित पर्यटन स्थल के विकास में वनभूमि आता है, तो अपर समाहर्ता एवं वन पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर फॉरेस्ट क्लियरेंस कराते हुए कार्य करायें. बीडीओ को प्रखंड स्तरीय पर्यटन समिति की बैठक करते रहने का निर्देश दिया.

15 दिनों में पर्यटन स्थल से संबंधित खैरियत प्रतिवेदन एवं की गयी कार्रवाई का प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया. बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी संयुक्त रूप से विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्यटन स्थल का निरीक्षण करते रहें. केलाघाघ पर्यटन स्थल के विकास को लेकर भी चर्चा की गयी.

Posted By : Sameer Oraon

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