seraikela kharsawan news: लाखों खर्च के बाद नहीं जलती लाइटें, अंधेरे में डूबा पर्यटन स्थल
सरायकेला-खरसावां जिले के पर्यटन स्थलों की अधिकतर लाइटें खराब होने से पर्यटकों को परेशानी हो रही है. सुविधा नहीं मिलने से राज्य सरकार को राजस्व में नुकसान हो रहा है.
खरसावां/चौका.
सरायकेला-खरसावां जिले में पर्यटन स्थलों पर लगायी गयी अधिकतर स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं. उक्त लाइट करीब चार वर्ष पूर्व लाखों रुपये खर्चकर पर्यटन विभाग की ओर से लगायी गयी थी. चांडिल के जयदा मंदिर व पालना डैम में लगी स्ट्रीट लाइट शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. यहां लाइटें नहीं जलती हैं. रात में पूरे परिसर में अंधेरा पसरा रहता है. वहीं खरसावां के मां आकर्षणी पहाड़ी पर चढ़ने वाली सीढ़ी व मैदान में लगी अधिकतर स्ट्रीट लाइटें बंद हैं. आखान यात्रा से पूर्व दोनों स्थलों पर लाइट दुरुस्त करने की मांग की गयी है.आकर्षणी पीठ : पहाड़ की सीढ़ियों में लगी स्ट्रीट लाइटें बंद, बदलने की मांग:
खरसावां के 320 फीट ऊंची आकर्षणी पहाड़ी के ऊपर चढ़ने के लिए बनी सीढ़ियों के किनारे 36 लाइटें लगायी गयी थीं. विभाग की ओर से लगी दो-चार लाइटों को छोड़कर अधिकतर खराब पड़ी हैं. पहाड़ी के ऊपर लगे चार हैलोजन भी खराब हो गये हैं. विगत 12 जनवरी को कुछ लाइटें बदली गयी थीं. ये भी खराब हो गयी हैं. मां आकर्षणी पूजा व मेला संचालन समिति के सचिव रामजी सिंहदेव ने बताया कि स्ट्रीट लाइट खराब होने से आकर्षणी पहाड़ी क्षेत्र में अंधेरा रहता है. यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी होती है. समिति ने खराब पड़ी लाइट को बदलने की मांग की गयी है.पालना डैम : स्ट्रीट लाइटें हैं, पर कनेक्शन का पता नहीं:
एनएच-33 पर चोका मौड़ से करीब 3 किमी दूर चांडिल के पालना डैम में पर्यटन विभाग की ओर से लाखों रुपये खर्च पर डैम के इर्द-गिर्द लाइटें लगायी गयी थीं. यहां विद्युत कनेक्शन नहीं होने से आजतक लाइटें नहीं जलीं. शाम होते ही यहां अंधेरा छा जाता है. सैर-सपाटे के लिए यहां पहुंचने वाले लोग शाम होने से पूर्व ही निकल जाते हैं. ग्राम प्रधान अश्वनी महतो ने बताया कि पूर्व में प्रशासन की ओर से पालना डैम के आस-पास कई स्ट्रीट व हाइमास्ट लाइटें लगायी गयीं. लेकिन अबतक बिजली का कनेक्शन नहीं देने से ये लाइटें नहीं जल पायीं. उन्होंने प्रशासन से बिजली का कनेक्शन लेकर इन लाइटों को जलाने की मांग की. अब तो अधिकतर स्ट्रीट लाइट व हाइमास्ट लाइट खराब होने के कगार में है.जयदा मंदिर : एनएच-33 से मंदिर जाने वाले मार्ग पर अंधेरा:
टाटा-रांची एनएच-33 के समीप चांडिल के जयदा मंदिर में करीब तीन-चार वर्ष पूर्व पर्यटन विभाग की ओर से लाखों खर्च कर स्ट्रीट लाइट व हाइमास्ट लाइट लगायी गयी थी. उक्त लाइट को जलाने के लिए बिजली बिल की व्यवस्था कहां से होगी ? उसका निर्धारण नहीं किया गया. उदघाटन के बाद करीब तीन-चार माह तक स्ट्रीट लाइट एवं हाइमास्ट लाइट ठीक-ठाक जली. बाद में बिजली बिल अधिक होने व समिति की ओर से बिल का भुगतान नहीं करने पर विभाग ने कनेक्शन काट दिया. जयदा मंदिर के महंत केशवानंद सरस्वती ने बताया कि मंदिर के नजदीक एक स्ट्रीट लाइट को कनेक्शन कर दिया गया है. वहीं लाइट जलती है. बाकी कोई लाइट नहीं जलती है. स्ट्रीट लाइट का मेंटेनेंस नहीं होने से यहां भी कई लाइट खराब हो गयी है. मंदिर से एनएच-33 जाने वाली मुख्य सड़क तक लगे एक भी लाइट नहीं जलती है. बिजली नहीं रहने पर डीजी लगाया गया है. डीजल के अभाव में डीजी शेड में पड़ा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
