सरायकेला : कर्ज के कारण बैंक ने इंसोलवेंसी को कराया टेकओवर, एएमएल कंपनी का हुआ अधिग्रहण

सरायकेला : गम्हरिया प्रखंड के सालडीह व मुड़िया मौजा स्थित एएमएल स्टील कंपनी का अधिग्रहण इंसोलवेंसी प्रोफेशनल्स एलएलपी ने कर लिया. शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस उपाधीक्षक चंदन कुमार वत्स, दंडाधिकारी शैलेश कुमार व बैंक अधिकारियों की उपस्थिति में एएमएल कंपनी पर दखल दिलायी गयी. एएमएल कंपनी का बैंक में कर्ज बकाया था. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 11, 2019 6:27 AM

सरायकेला : गम्हरिया प्रखंड के सालडीह व मुड़िया मौजा स्थित एएमएल स्टील कंपनी का अधिग्रहण इंसोलवेंसी प्रोफेशनल्स एलएलपी ने कर लिया. शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस उपाधीक्षक चंदन कुमार वत्स, दंडाधिकारी शैलेश कुमार व बैंक अधिकारियों की उपस्थिति में एएमएल कंपनी पर दखल दिलायी गयी.

एएमएल कंपनी का बैंक में कर्ज बकाया था. जिसका भुगतान कंपनी द्वारा नहीं किया जा रहा था, जिसके कारण बैंक ने उसे अपने कब्जे में ले लिया था. शनिवार को उसका टेकओवर कराया गया.

मजदूरों व कंपनी के बीच हुआ समझौता
कंपनी के टेकओवर के दौरान कंपनी में काम कर रहे 65 मजदूरों ने कहा कि कंपनी बंद होने के बाद वे सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्य करते थे लेकिन सभी 65 मजदूरों को पिछले 18 महीने से वेतन नहीं मिल पाया है.
जिसके कारण टेकओवर करने गयी कंपनी के अधिकारी व बैंक के अधिकारियों का रैयत मजदूरों ने विरोध किया. उन्हें बताया गया कि कंपनी के टेकओवर के बाद बकाये राशि का क्लेम करने पर भुगतान कर दिया जायेगा. मजदूरों द्वारा नहीं मानने पर डीएसपी श्री वत्स व दंडाधिकारी श्री कुमार की पहल के बाद रैयतदार मजदूर व इंसोलवेंसी प्रोफेशनलस एलएलपी के बीच समझौता हुआ
इस दौरान दंडाधिकारी की उपस्थिति में कंपनी के रैयतदार व मजदूरों की नौकरी व बकाये वेतन को लेकर इंसोलवेंसी प्रोफेशनल्स के साथ एग्रीमेंट हुआ. तब जाकर कंपनी के टेकओवर की प्रक्रिया पूरी हो पायी.
2010 से बंद है कंपनी
मुड़िया स्थित एएमएल कंपनी वर्षों से ही बंद पड़ी हुई है. वर्ष 2010 के बाद कंपनी को चालू नहीं किया गया था. कंपनी की देख-रेख के लिए कुछ सुरक्षा गार्ड तैनात थे. उन्हें भी पिछले 18 महीने का वेतन नहीं मिला है.
डीएसपी व दंडाधिकारी की पहल के बाद रैयत मजदूर व इंसोलवेंसी प्रोफेशनलस एलएलपी के बीच समझौता हुआ
टेकओवर प्रक्रिया पूरी होने के दौरान सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी थी

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