इंजेक्शन बाहर से लाने, मरीज को रेफर करने व एंबुलेंस देर से मिलने पर आक्रोशित परिजनों ने बरहरवा सीएचसी में काटा बवाल

परिजनों का आरोप- डॉक्टर ने नर्स के कहने पर मरीज को साहिबगंज किया रेफर, डॉक्टर ने कहा- आरोप बेबुनियाद हैं

By ABDHESH SINGH | December 29, 2025 9:29 PM

बरहरवा

नगर पंचायत क्षेत्र के मुशहरी पाड़ा से आये मरीज को बाहर रेफर करने के बाद एंबुलेंस के आने में हुई देरी को लेकर मरीज के परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहरवा में जमकर बवाल काटा. मुशहरीपाड़ा (रेलवे कॉलोनी) निवासी रतन रिख्यिासन की पत्नी चिंता देवी (60) को सोमवार की दोपहर करीब एक बजे सीएचसी बरहरवा लाया गया. जहां से कुछ ही देर बाद उन्हें रेफर कर दिया गया. मरीज के पुत्र सूरज कुमार, वार्ड पांच की निवर्तमान वार्ड पार्षद ललिता पासवान सहित अन्य ने बताया कि मरीज को सांस फूलने और कमजोरी की स्थिति में अस्पताल लाया गया था. जिनके उपचार के लिये ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर एनएन सिंह ने पर्ची पर कुछ दवाईयां और इंजेक्शन लिखीं. इंजेक्शन अस्पताल में उपलब्ध नहीं था. पूछे जाने पर ड्यूटी पर तैनात नर्स ने दुर्व्यवहार किया. और, नर्स के कहने पर डॉक्टर ने मरीज को साहिबगंज रेफर कर दिया. इधर, डॉ एनएन सिंह ने कहा कि उन पर लगाये गये सारे आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने अस्पताल पहुंचने पर तुरंत ही मरीज को देखा. मरीज का ब्लड प्रेशर हाई था, तथा उनके दाएं हाथ में कमजोरी थी. मरीज में ब्रेन हेमरेज और पैरालाइसिस जैसी स्थिति दिखी. इसीलिये, आवश्यकतानुसार दवाईयां और इंजेक्शन लिखी गयी. साथ ही अस्पताल में व्यवस्थाओं के अभाव को देखते हुये हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था.

एक घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस

उधर, साहिबगंज रेफर किये जाने के बाद जब 108 एंबुलेंस सेवा पर मरीज के पुत्र ने कॉल किया, तो पहले कॉल को होल्ड पर डाला गया, उसके बाद उधर से ड्राइवर ने कहा कि एंबुलेंस मिल जायेगी लेकिन एंबुलेंस साहिबगंज नहीं जायेगी, बल्कि पाकुड़ जायेगी. वहीं, करीब एक घंटे बाद एंबुलेंस अस्पताल पहुंची. इस बीच हंगामे की खबर मिलते ही बरहरवा थाना के एएसआइ रंजय यादव और अविनाश कुमार सिंह पहुंचे तथा लोगों को समझाया-बुझाया. जिसके बाद एंबुलेंस मरीज को सदर अस्पताल की ओर लेकर रवाना हो गयी.

कहते हैं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी

सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सोहेल अनवर ने कहा कि हमने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और कर्मचारियों से बात की है. अस्पताल प्रबंधन पर लगाये गये सारे आरोप बेबुनियाद हैं. एंबुलेंस सेवा अस्पताल के कंट्रोल में नहीं है. 108 एंबुलेंस सेवा रांची से संचालित होती है. हमारे अस्पताल से उसी पेशेंट को रेफर किया जाता है, जिसके इलाज के लिये यहां पर्याप्त सुविधा और दवाइयां उपलब्ध नहीं है.

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