तीनपहाड़ में चेहल्लुम को लेकर सारी तैयारी पूरी
आज निकलेगा ताजिया
तीनपहाड़. इमामे हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाने वाला मुस्लिम समुदाय का पर्व चेहल्लुम तीनपहाड़ में सोमवार 18 अगस्त को मनाया जाएगा. यह पर्व मुहर्रम के 40 दिन बाद मनाया जाता है, जिसकी तैयारी जोरों से चल रही है. स्थानीय कारीगरों द्वारा ताजिया का निर्माण किया जा रहा है. इस पर्व पर पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के कई जिलों से लोग ताजिया और खेलों का करतब देखने आते हैं. यह संताल परगना में सिर्फ तीनपहाड़ में ही मनाया जाता है, जिस कारण लोग यहां ताजिया देखने और खेलों का करतब दिखाने आते हैं.
तीनपहाड़ में 58 वर्ष से हो रहा चेहल्लुम :
चेहल्लुम का पर्व तीनपहाड़ में 1967 से मनाया जा रहा है, जो लगातार 58 वर्षों से अभी तक मनाया जा रहा है. उस समय प्रचार-प्रसार नहीं था. इसकी शुरुआत तीनपहाड़ के ही मो हुसैन अंसारी द्वारा की गयी थी. उस समय वह 14 वर्ष के थे. इनका सहयोग मो अहमद अली सरदार ने किया था. मो हुसैन अंसारी ने बताया कि उस समय से लेकर अभी तक मुहर्रम और चेहल्लुम के ताजिया का निर्माण स्थानीय कलाकारों द्वारा किया जाता है. अभी भव्य रूप में पर्व को मनाया जाता है. साथ ही कमेटी द्वारा उन्हें इस बार संरक्षक का प्रभार दिया है. वह ताजिया निर्माण में कलाकारों को सहयोग करते हैं. वहीं कमेटी के अध्यक्ष मो नुरुल अमीन और सचिव मो जमीर ने कहा कि 18 अगस्त सोमवार को ताजिया अखाड़ा और जुलूस इमामबाड़ा से निकाली जाएगी जो हथिगड़, बैंकमोड़, नीचे टोला और मुख्य बाजार होते हुए वापस इमामबाड़ा लाया जाएगा.
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