सदर अस्पताल में महिला की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा
अस्पताल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप, कुर्सी व शीशा तोड़ा
साहिबगंज. सदर अस्पताल के प्रसूता वार्ड में इलाज के दौरान शुक्रवार को 25 वर्षीय अर्चना देवी की मौत हो गयी. वह महादेवगंज निवासी सूरज कुमार की पत्नी थीं. घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. उन्होंने अस्पताल परिसर में कुर्सी, दरवाजा तोड़फोड़ करने के साथ ही मुख्य गेट के पास बने पूछताछ केंद्र का शीशा भी तोड़ दिया, जिससे पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गयी. मृतका के देवर गौतम कुमार ने आरोप लगाया कि सुबह अर्चना देवी को हाथ में झुनझुनी और कमजोरी की शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया. गर्भवती होने के बावजूद उसे केवल इंजेक्शन और स्लाइन चढ़ा कर छोड़ दिया गया. स्थिति बिगड़ने पर भी डॉक्टरों ने दोबारा जांच नहीं की. मरीज को कभी एक, तो कभी दूसरे नंबर पर जांच के लिए भेजा जाता रहा. अंततः महिला की मौत हो गयी. दूसरी ओर डीएस डॉ देवेश कुमार ने बताया कि महिला की हालत पहले से ही गंभीर थी, उसे अन्य अस्पताल से रेफर कर यहां लाया गया था. समय पर लाये जाने पर जान बच सकती थी. उन्होंने बताया कि 24 घंटे डॉक्टर उपलब्ध रहते हैं. परिजनों द्वारा की गई तोड़फोड़ की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, जिरवाबाड़ी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया.
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