राजमहल में मादक पदार्थ बेचने वालों का गिरोह सक्रिय

बंगाल से सटे झारखंड की सीमावर्ती इलाकों में हेरोइन व गांजा खपा रहे हैं तस्कर

By Prabhat Khabar | May 14, 2024 9:30 PM

राजमहल. पश्चिम बंगाल से सटे झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में अंतरराज्यीय मादक पदार्थ बेचने वाले गिरोह पूरी तरह सक्रिय है. ये मादक पदार्थ जैसे गांजा और हेरोइन खपा रहे हैं. राजमहल एवं राधानगर थाना क्षेत्र पश्चिम बंगाल की सीमा पर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ क्षेत्र है. जलमार्ग के माध्यम से तस्कर नाव का सहारा लेकर अलग-अलग इलाके में प्रवेश कर मादक पदार्थ की तस्करी करते हैं. वर्ष 2023 में हीरोइन के साथ गिरफ्तार एक युवक के मोबाइल फोन से खरीदारी को लेकर हुए लेन-देन में पश्चिम बंगाल के कालियाचक के मादक पदार्थ तस्कर का नाम सामने आया था, जिसके विरुद्ध राजमहल थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गयी थी. हालांकि वह अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इधर तीन महीने में राजमहल अनुमंडल पुलिस की कार्रवाई में 42 किलो गांजा की बरामदगी के साथ पांच तस्कर को भी जेल भेजा गया है. इससे यह प्रमाणित होता है कि बड़े पैमाने पर गांजा एवं हेरोइन जैसे मादक पदार्थ को झारखंड के सीमावर्ती इलाके में खपाया जा रहा है. सूत्रों की माने तो क्षेत्र में इन तस्करों के खुदरा विक्रेताओं ने नयी पीढ़ी को नशे की लत में धकेल दिया है. नशे की लत कहीं नयी पीढ़ी के भविष्य पर ग्रहण न लगा दे, ऐसी संभावनाएं भी व्यक्त की जा रही है. नाबालिग भी इसके शिकार होते जा रहे हैं. कलियाचक के नसीम पर दर्ज हुआ था मामला. वर्ष 2023 के जुलाई में राजमहल के हसन टोला से समशूल हक को 7.56 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था. इसके स्मार्टफोन की जांच करने पर पश्चिम बंगाल के कालियाचक निवासी मो नसीम शेख से ऑनलाइन पैसे की लेन-देन कर मादक पदार्थ मंगाने की पुष्टि हुई थी. राजमहल पुलिस ने पश्चिम बंगाल के कालियाचक निवासी मोहम्मद नसीम शेख के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट में प्राथमिकी दर्ज की थी. हालांकि अब तक नसीम पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. वर्ष 2021 में राजमहल पुलिस ने छह ग्राम हेरोइन के साथ रवि स्वर्णकार के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. राजमहल क्षेत्र में हेरोइन की प्रचलन अचानक बढ़ गयी है. 42 किलो गांजा के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ा नशे का सौदागर राजमहल अनुमंडल पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन माह में लगभग 42 किलो गांजा बरामद कर लिया है, जिसमें पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है. अन्य कई फरार चल रहे हैं, जिसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है. भारी मात्रा में गांजे के साथ नशे के कई सौदागर पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं. पुलिसिया कार्रवाई के बाद मिली बड़ी सफलता क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. सूत्रों की माने तो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी एवं कुच बिहार के गांजे का अत्यधिक डिमांड क्षेत्र में है, जिसकी कीमत लगभग 13 से 15 हजार रुपये तक है. कहते हैं एसडीपीओ क्षेत्र में मादक पदार्थ के व्यापार पर अंकुश लगा दिया गया है. लगातार हो रही कार्रवाई में पुलिस को सफलता मिल रही है. पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में जलमार्ग पर भी पैनी नजर है. वैसे तस्करों को चिह्नित कर पुलिस कार्रवाई कर रही है. -विमलेश कुमार त्रिपाठी, एसडीपीओ, राजमहल

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