शर्मनाक : दुष्कर्म का विरोध कर रही युवती को ही नग्न कर दी गयी सजा, तमाशा देखते रहे ग्रामीण, वीडियो वायरल

20 घंटे तक युवक-युवती को रखा नग्न, तमाशा देखते रहे ग्रामीण मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र की है घटना पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई साहिबगंज : एक ओर दो अक्तूबर को राष्ट्र सत्य, प्रेम, अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मना रहा था. वहीं दूसरी ओर उसी दिन मिर्जाचौकी इलाके में एक युवती की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 14, 2018 5:38 AM
20 घंटे तक युवक-युवती को रखा नग्न, तमाशा देखते रहे ग्रामीण
मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र की है घटना
पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
साहिबगंज : एक ओर दो अक्तूबर को राष्ट्र सत्य, प्रेम, अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मना रहा था. वहीं दूसरी ओर उसी दिन मिर्जाचौकी इलाके में एक युवती की इज्जत को समाज के लोग ही तार-तार कर रहे थे. उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने दुष्कर्म का विरोध किया. यदि वह दुष्कर्म के बाद मौन रह जाती तो शायद उसकी इज्जत का तमाशा नहीं बनता.
उसने चिल्ला कर दुष्कर्म का विरोध किया, लेकिन ग्रामीणों ने उल्टे उसे ही अपराधी मान युवक के साथ सजा दे डाला. ग्रामीणाें ने उक्त युवती को युवक के साथ पकड़ कर, रस्सी से बांध कर 20 घंटे तक नग्न अवस्था में बंधक बनाये रखा. जब घटना की सूचना पुलिस को मिली तो मिर्जाचौकी पुलिस पहुंची लेकिन ग्रामीणों के आक्रोश के आगे चंद पुलिसकर्मी बेबस दिखे.
ग्रामीणों को समझाने के बाद भी नहीं छोड़ा. अंत में पुलिस अफसर ने पास के थाने से मदद मांगी, अतिरिक्त पुलिस बल मंगाया गया तब जाकर ग्रामीणों की चंगुल से दोनों को लेकर पुलिस वहां से निकल सकी. मामले में पीड़िता के बयान पर दुष्कर्म का केस करके पुलिस ने युवक को जेल भेजकर इस पूरे प्रकरण पर ही फुल स्टॉप लगा दिया.
जबकि जिस तरह की तसवीरें वायरल हो रही है, वह समाज के लिए काला धब्बा है. पुलिस के पहुंचने पर भी स्थिति लगभग वैसी ही थी. ऐसा करने वालों को चिन्हित करके पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. जब मिर्जाचौकी थानेदार से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लड़की के बयान पर केस दर्ज करके दुष्कर्म को आरोपित को जेल भेज दिया गया है.
पुलिस ने युवती व युवक को नग्न करके उसे प्रताड़ित करने के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की. थानेदार ने कहा कि नग्न करने की घटना पुलिस के सामने हुई ही नहीं. बहरहाल, मिर्जाचौकी थाना की पुलिस का कहना है कि इस तरह की घटना हुई ही नहीं. ऐसे में जो तसवीरें वायरल हुई हैं, अपने आप में सुबूत है कि गांधी जयंती के दिन मिर्जाचौकी में उक्त आदिवासी युवती के साथ ग्रामीणों ने क्या किया. प्रभात खबर के पास इस घटना की कई तसवीरें और वीडियो उपलब्ध है. जो समाज की विकृत मानसिकता और बर्बरता को दर्शाता है.
एक बेबस और लाचार युवती, जो दुष्कर्म की शिकार हुई, उसे दुष्कर्मी युवक के साथ नग्न करके समाज के लोगों ने तमाशा बनाया. हम ऐसी बर्बरता की तसवीरें नहीं छाप रहे हैं. लेकिन पीड़ित युवती को न्याय मिलना चाहिए. पुलिस के अालाधिकारियों तक दो अक्तूबर की घटना की सच्चाई को पहुंचाना हमारी जिम्मेवारी है.

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