महिलाएं कुटुंब व्यवस्था की रीढ़ होती हैं : डॉ पूजा
नारी शक्ति विषय पर सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन
डकरा. सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डकरा में बुधवार को नारी शक्ति विषय पर आयोजित सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम समारोह पूर्वक आयोजित किया गया. आयोजन का मुख्य उद्देश्य नारी की शक्ति, उसकी भूमिका और समाज में योगदान को उजागर करना था. कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक, शैक्षिक और समाजसेवी गतिविधियों के माध्यम से महिलाओं की शक्ति को प्रकट किया गया. उद्घाटन विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की राष्ट्रीय मंत्री सह सप्तशती संगम के राष्ट्रीय संयोजिका मधुश्री साव, विद्या विकास समिति कि सह प्रदेश मंत्री सह सप्तशती संगम की उत्तर पूर्व क्षेत्र की संयोजिका डॉ पूजा, कार्यक्रम की अध्यक्ष मयूरी महिला मंडल की अध्यक्ष सीमा गुप्ता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. वक्ता डॉ पूजा ने कुटुंब प्रबोधन की भारतीय दृष्टि और पर्यावरण विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा की भारत की सनातन परंपरा में संयुक्त परिवार का अपना एक विशेष महत्व रहा है, जो वर्तमान परिदृश्य में बिखरता जा रहा है. महिलाएं पारिवारिक कुटुंब व्यवस्था की रीढ़ होती हैं, अतः वर्तमान पारिवारिक व्यवस्था में संयुक्त परिवार के प्रति लोगों को जागरूक करने में और इस परिपाटी को कायम रखने में महिलाओं की अहम भूमिका होती है. माता सम्मान कार्यक्रम के दौरान डकरा की महिला शख्सियतों सुनीता देवी एवं सुधा सिंह को विशिष्ट माता सम्मान से सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस एकांकी पारिवारिक परिपाटी से दूर होते हुए वर्तमान में भी संयुक्त पारिवारिक परंपरा को कायम रखा है. संचालन रीता दास और धन्यवाद ज्ञापन अर्चना कुमारी ने किया. इस अवसर पर विद्या विकास समिति झारखंड के प्रदेश मंत्री बृजेश कुमार सप्तशती संगम के प्रांत प्रभारी अखिलेश कुमार रांची विभाग के विभाग प्रमुख विवेक नयन पांडेय सहित डकरा विद्यालय के लोग मौजूद थे.
नारी शक्ति विषय पर सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन
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