रांची में महिला पत्रकार और उनके पुत्र की संदेहास्पद स्थिति में मौत, पुलिस जांच में जुटी

थाना प्रभारी विनाेद ने कहा कि दोनों की मौत संदेहास्पद स्थिति में हुई है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की जांच की जायेगी. इधर, सिटी एसपी शुभांशु जैन, डीएसपी राजा मित्रा, फॉरेंसिक टीम पहुंची

By Prabhat Khabar | May 9, 2023 9:37 AM

अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी निवासी महिला पत्रकार सुधा दत्त उर्फ सुधा सिन्हा (56) व उनके पुत्र अरमान दत्त (19) की उनके घर में संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. सुधा अधिवक्ता शुभ नारायण दत्त की पत्नी थीं. जबकि अरमान दत्त अनगड़ा स्थित एक कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था. अरमान की मौत दो तल्ला छत से कूदने अथवा गिरने से हुई है. पुलिस इसकी जांच में जुटी है. अरगोड़ा पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया.

थाना प्रभारी विनाेद ने कहा कि दोनों की मौत संदेहास्पद स्थिति में हुई है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की जांच की जायेगी. इधर, सिटी एसपी शुभांशु जैन, डीएसपी राजा मित्रा, फॉरेंसिक टीम पहुंची. सुधा सिन्हा को कुछ दिन पहले ही प्रेस क्लब में गोल्डेन अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था. उनके भतीजे ने बताया कि सुधा दत्त ने एक महिला संपादक के रूप में एक अंग्रेजी अखबार का प्रकाशन रांची से शुरू किया था.

यह है मामला :

अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि घटना रविवार रात 1:30 बजे की है. उन्हें सूचना मिली कि शुभ नारायण दत्त के घर की छत से एक युवक कूद गया है. तुरंत वहां पीसीआर और पेट्रोलिंग जीप पहुंची. जब पुलिस वहां पहुंची, तो महिला बेड पर खून से लथपथ पड़ी थी., शुभनारायण दत्त गंभीर रूप से घायल पुत्र अरमान दत्त को अपनी गोद में रखे हुए थे. पुलिस ने दोनों को रिम्स भिजवाया. वहां सुधा दत्त को पुलिस ने मृत घोषित कर दिया. जबकि, अरमान की मौत थोड़ी देर बाद हो गयी.

अधिवक्ता ने पुलिस को दी सारी जानकारी :

अधिवक्ता शुभ नारायण दत्त ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी सुधा दत्त को नाक से खून निकलने की बीमारी थी. रात में उनके नाक से खून निकल रहा था. काफी खून निकलने के बाद ड्राइंग रूम के सोफा पर आ कर सो गयीं. इसी क्रम में वह बेहोश हो गयी थीं. पुत्र अरमान भी मां को दवा देकर होश में लाने का प्रयास कर रहा था.

वह जब होश में नहीं आयी, तो अरमान भी वहीं जमीन पर सो गया. शुभ नारायण दत्त ने पत्नी को अस्पताल ले जाने के लिए पड़ोसी कर्नल साहब को बुलाया. वह और कर्नल साहब एंबुलेंस की व्यवस्था कर रहे थे, उसी समय अरमान ड्राइंग रूम का दरवाजा बाहर से बंद कर सीढ़ी से छत पर गया और वहां से कूद गया. शुभ नारायण धड़ाम से कुछ गिरने की आवाज आयी, तो वे लोग बाहर निकलना चाह रहे थे. लेकिन दरवाजा बाहर से बंद पाया. जाेर से झटका देने पर दरवाजे की छिटकनी टूट गयी. इसके बाद वे लाेग सीढ़ी से नीचे उतरे, तो देखा की अरमान नीचे गिरा हुआ है.

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