Ranchi news : कानून तो है, इसके क्रियान्वयन पर ध्यान देने की जरूरत : स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के उप महानिदेशक व निदेशक (इमरजेंसी मेडिकल रिलीफ) डॉ एल स्वस्तिचरण ने देश में उभरते निकोटिन उत्पादों के नियमन की यात्रा और चुनौतियों पर प्रकाश डाला
: नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ में सेमिनार
रांची.नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ (एनयूएसआरएल) में सोमवार को उभरते तंबाकू एवं निकोटिन उत्पादों से सुरक्षा, चुनौतियां एवं आगे की राह विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान ने कहा कि राज्य में नशे की रोकथाम के लिए कानून तो है, इसके क्रियान्वयन पर ध्यान देने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के खतरे से बचाने के लिए सख्त नीतियों, बेहतर जागरूकता और समन्वित प्रयास हो. उन्होंने कहा कि यहां के बच्चे पढ़ाई खत्म करके अच्छे वकील और जज बनेंगे. देश की जनता न्यायपालिका की तरफ उम्मीद और विश्वास के साथ देखती है.
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के उप महानिदेशक व निदेशक (इमरजेंसी मेडिकल रिलीफ) डॉ एल स्वस्तिचरण ने देश में उभरते निकोटिन उत्पादों के नियमन की यात्रा और चुनौतियों पर प्रकाश डाला. मौेके पर सीटीएफक की उपाध्यक्ष वंदना शाह, डब्ल्यूएचओ के एनपीओ प्रवीण सिन्हा, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता रंजीत सिंह, डॉ अश्विनी कुमार, डॉ सिद्धार्थ सेन्याल ने अपनी बातें रखीं. एनयूएसआरएल के सहायक प्राध्यापक डॉ आनंद कुमार आर शिंदे ने धन्यवाद ज्ञापन किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
