Ranchi News : अहिंसा और समता का प्रतीक है पर्युषण पर्व : श्रीमाल
श्री जैन श्वेतांबर संघ का आठ दिवसीय पर्युषण पर्व बुधवार से धार्मिक उल्लास के साथ शुरू हुआ.
श्री जैन श्वेतांबर संघ का आठ दिवसीय पर्युषण पर्व शुरू
रांची. श्री जैन श्वेतांबर संघ का आठ दिवसीय पर्युषण पर्व बुधवार से धार्मिक उल्लास के साथ शुरू हुआ. डोरंडा स्थित जैन मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी, जहां भक्तों ने पूजा-अर्चना कर मंगलकामनाएं कीं. मंदिर परिसर और दिगंबर जैन भवन में प्रवचन का आयोजन किया गया. गुलाबबाग, पूर्णिया से आये उपासक संतोष श्रीमाल और सीमा डूंगरवाल ने दिगंबर जैन भवन में प्रवचन देते हुए बताया कि ‘पर्युषण’ शब्द का अर्थ है चारों ओर से सिमटकर स्वयं में निवास करना. इसका उद्देश्य है क्रोध, मान, माया और लोभ जैसे विकारों का शमन, अतीत की भूलों का आत्मावलोकन और भविष्य के लिए शुभ संकल्प करना. उन्होंने बताया कि यह पर्व अहिंसा और समता का प्रतीक है. उपासिका सीमा डूंगरवाल ने खाद्य संयम दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और गीतिका प्रस्तुत की. उन्होंने कहा कि भोजन आवश्यकता अनुसार ही करना चाहिए और संयम का पालन करना चाहिए. महिला मंडल ने भी गीतिका प्रस्तुत कर वातावरण को भक्ति रस से भर दिया. सभा का संचालन और आभार प्रदर्शन सभाध्यक्ष बिमल दस्साणी ने किया. भक्त विशाल दस्साणी ने अब तक 21 उपवास कर संयम की मिसाल पेश की. प्रवचन में छोटे लाल चोरड़िया, घेवर चंद नाहटा, लाल चंद बोथरा, अशोक सुराणा, कमलेश संचेती, अमित बैंगानी समेत समाज के कई श्रद्धालु मौजूद थे. डोरंडा जैन मंदिर में सुबह 7:30 बजे स्नात्र पूजा के बाद मुंबई से पधारे स्वाध्यायी हर्षिल सुरेश साह और जिनांग धीरेन साह का प्रवचन हुआ. शाम 6:30 बजे प्रतिक्रमण और रात्रि में भक्ति संध्या का आयोजन किया गया.27 को संवत्सरी महापर्व, 28 को क्षमायाचना
पर्व का समापन 27 अगस्त को संवत्सरी महापर्व के साथ होगा, जिस दिन श्रद्धालु उपवास करेंगे. 28 अगस्त को दिगंबर जैन भवन में क्षमायाचना पर्व का आयोजन होगा, जबकि 31 अगस्त को श्री जैन श्वेतांबर मंदिर से सुबह आठ बजे नमीनाथ भगवान की शोभायात्रा निकाली जायेगी. इसके बाद अन्य धार्मिक कार्यक्रम और स्वामी वात्सल्य का आयोजन होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
