झारखंड में कबाड़ीवाले ने फर्जी बिल बना 2.62 करोड़ का चुराया टैक्स, ऐसे हुआ मामले का खुलासा

gst tax evasion in jharkhand : मामला पकड़ में आने के बाद संचालक ने 15 लाख रुपये जमा कराये, शेष 2.47 करोड़ रुपये जमा करने के लिए दिया गया है एक सप्ताह का समय. कबाड़ी संचालक के गढ़वा व लोहरदगा स्थित प्रतिष्ठानों में दस्तावेजों की जांच करने पर फर्जी बिल बनाने का चला पता.

By Prabhat Khabar | August 20, 2021 6:13 AM

GST Evasion by scrap dealer in jharkhand रांची : केंद्रीय माल एवं सेवा कर (सीजीएसटी) के अधिकारियों ने तारकेश्वर प्रसाद नामक कबाड़ीवाले द्वारा फर्जी बिल बना कर 2.62 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी करने का मामला पकड़ा है. मामला पकड़ में आने के बाद कबाड़ी संचालक ने 15 लाख रुपये सरकारी खजाने में जमा कराया है. बाकी 2.47 करोड़ रुपये जमा करने के लिए उसे एक सप्ताह का समय दिया गया है.

विभाग की निगरानी शाखा ने आंकड़ों के विश्लेषण के बाद इस कबाड़ी द्वारा फर्जी बिलों के सहारे इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने की जानकारी एकत्रित की थी. इससे संबंधित सूचना मिलने के बाद केंद्रीय माल एवं सेवाकर के प्रधान आयुक्त एसके सिंह के निर्देश पर अधिकारियों ने कबाड़ी के गढ़वा स्थित ठिकानों की जांच पड़ताल की. जांच में पाया कि कबाड़ी ने गढ़वा और लोहरदगा के पते पर दो प्रतिष्ठानों का निबंधन कराया था.

गढ़वा में गोविंद ट्रेडर्स और लोहरदगा में विवेक ट्रेडर्स की व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज की जांच के दौरान कबाड़ी द्वारा 14.53 करोड़ रुपये का फर्जी बिल बनाये जाने का पता चला. कबाड़ी ने बिना कबाड़ की सप्लाइ किये ही पश्चिम बंगाल के प्रतिष्ठानों के नाम पर 14.53 करोड़ रुपये का फर्जी बिल बनाया और 2.62 करोड़ रुपये के आइटीसी का लाभ लिया. फर्जी बिल बना कर टैक्स चोरी करने के इस मामले में इ-वे बिल जेनरेट किया गया, ताकि कागजी तौर पर यह साबित करने की कोशिश की जा सके कि सामग्री की खरीद- बिक्री वास्तविक तौर पर हुई है.

सामग्री का भुगतान बैंक के माध्यम से किया गया. इसके बाद बैंक से पैसों की निकासी कर कमीशन काट कर शेष रकम लौटा दी गयी. मामले के पकड़ में आने के बाद कबाड़ी ने 15 लाख सरकारी खजाने में जमा कराया. बाकी रकम जमा करने के लिए समय की मांग की. निर्धारित समय सीमा में बाकी रकम जमा नहीं करने पर कबाड़ी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

Posted By : Sameer Oraon

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