मुख्यमंत्री हेमंत ने मना लिया टाना भगतों को, धरना खत्म, अब पहले की तरह चलेंगी राजधानी सहित अन्य ट्रेनें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से रांची में हुई वार्ता के बाद दो सितंबर से अपनी मांगों को लेकर टोरी रेलवे ट्रैक (लातेहार) को जाम कर बैठे टाना भगतों ने शनिवार को आंदोलन खत्म करने की घोषणा की.

By Prabhat Khabar | September 6, 2020 5:21 AM

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से रांची में हुई वार्ता के बाद दो सितंबर से अपनी मांगों को लेकर टोरी रेलवे ट्रैक (लातेहार) को जाम कर बैठे टाना भगतों ने शनिवार को आंदोलन खत्म करने की घोषणा की. इसके साथ ही इस रूट पर 55 घंटे बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका. सीएम आवास में हुई वार्ता में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी मांगों पर आगामी विधानसभा सत्र के बाद सरकार विधिसम्मत निर्णय लेगी.

यह सरकार आपकी है. टाना भगत समुदाय राज्य के धरोहर हैं. टाना भगतों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. आपके हक और अधिकारों पर कोई भी सेंधमारी नहीं होने दी जायेगी. राज्य सरकार न केवल आपकी समस्याओं को दूर करेगी, बल्कि इस समुदाय के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक कदम उठायेगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री पशुधन योजना की शुरुआत होगी. पशुधन योजना के तहत फेडरेशन बनाकर लोग पशुपालन का कार्य करेंगे. इसमें टाना भगत समुदाय के लोगों को भी जोड़ा जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की प्राकृतिक संपदा का पूरा लाभ राज्यवासियों को मिले, यह सरकार की प्राथमिकता है. राज्य की संपदा का दुरुपयोग कोई और न कर सके, इसका पूरा ध्यान रखा जायेगा. झारखंड के कोयले से देश और दुनिया रोशन हो रहा है फिर हमारा राज्य अंधेरे में कैसे रह सकता है? हमें अपने हक और अधिकार का पूरा हिस्सा मिलना चाहिए.

राज्य के खनिज उत्खनन में रैयतों को जमीन के बदले मुआवजा और नौकरी सुनिश्चित हो, इस पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है. उल्लेखनीय है कि सीएम के आमंत्रण पर टाना भगत समुदाय का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को कांके रोड स्थित सीएम आवास वार्ता करने पहुंचा. उनके साथ लातेहार के विधायक बैजनाथ राम भी थे. वार्ता के दौरान टाना भगतों ने मुख्यमंत्री को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा.

इन मांगों में मुख्य रूप से टाना भगत समुदाय को भूमि का पट्टा देने, लगान माफ करने, सीएनटी एक्ट को सख्ती से लागू करने और समुदाय के बच्चों को रोजगार से जोड़ना शामिल था. साथ ही कोयला परियोजना में जमीन के बदले मुआवजा व नौकरी देने की मांग भी रखी. प्रतिनिधिमंडल में परमेश्वर टाना भगत, महावीर टाना भगत, बहादुर टाना भगत, दिगंबर टाना भगत, नागेश्वर टाना भगत, रामधन टाना भगत, सरिता टाना भगत, दिनेश टाना भगत, उपेंद्र टाना भगत व अन्य शामिल थे.

सीएम बोले : विधानसभा सत्र के बाद मांगों पर निर्णय लिया जायेगा

बच्चों के लिए हॉस्टल की व्यवस्था की जायेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि टाना भगत समुदाय के वैसे बच्चे, जो रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय से पास आउट हुए हैं, उन्हें रोजगार से जोड़ा जायेगा. आपके बच्चों की पढ़ाई के लिए हॉस्टल की भी व्यवस्था की जायेगी.

मांगें पूरी नहीं हुई तो फिर करेंगे आंदोलन : परमेश्वर टाना भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन के बाद उम्मीद है कि हम लोगों की मांगें पूरी होंगी. उन्होंने कहा कि सीएम खुद आंदोलनकारी के पुत्र हैं. वार्ता सकारात्मक रही. मांगें पूरी नहीं होंगी, तो फिर से धरना दिया जायेगा.

  • दो से टोरी रेलवे लाइन पर धरना दे रहे थे, बदलना पड़ा था ट्रेनों का रूट

  • मुख्यमंत्री पशुधन योजना से टाना भगत समुदाय को जोड़ा जायेगा

  • राज्य की संपदा का लाभ राज्यवासियों को मिले, यह हमारी प्राथमिकता

  • टाना भगतों की मांगें

  • भूमि का पट्टा देने और लगान माफ करने की मांग

  • सीएनटी एक्ट को सख्ती से लागू किया जाये

  • समुदाय के बच्चों को रोजगार से जोड़ा जाये

राजधानी ट्रेन आज से अपने निर्धारित समय और रूट पर चलेगी : दिल्ली-रांची राजधानी ट्रेन सहित अन्य ट्रेनें अब अपने निर्धारित समय व मार्ग पर चलेंगी. इस बाबत सीनियर डीसीएम अवनीश कुमार ने बताया कि टाना भगतों का आंदोलन समाप्त हो गया. शनिवार से मालगाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया. वहीं रविवार को दिल्ली से रांची आनेवाली राजधानी स्पेशल ट्रेन भी अपने निर्धारित समय व रूट पर ही आयेगी.

Post by : Pritish Sahay

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