राजधानी रांची की सड़कें फुटपाथ दुकानों से होंगी मुक्त, अब नहीं चलेंगे पैडल रिक्शा, लोन पर मिलेगा ई-रिक्शा

jharkhand news: रांची नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 2707 करोड़ रुपये का बजट पारित किया है. इसके तहत शहरी क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने, सुंदरीकरण करने और गरीबों की योजनाओं पर विशेष जोर दिया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2022 9:53 PM

Jharkhand news: रांची नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 2707 करोड़ रुपये का बजट पारित किया. बजट में शहरी क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने, शहरी क्षेत्र के सुंदरीकरण और गरीबों की योजनाओं पर जोर दिया गया है. साथ ही निगम क्षेत्र के लोगों को मच्छरों से निजात दिलाने के लिए फॉगिंग की बेहतर व्यवस्था करने का वायदा किया गया है. निगम ने अपने 2707 करोड़ रुपये के बजट में पूंजीगत खर्च के लिए 1449.74 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. यानी निगम अपने कुल बजट की 53 प्रतिशत राशि निगम क्षेत्र के विकास पर खर्च करेगी.

बजट की मुख्य बातें

– आम लोगों को अपने मोहल्ले में ही चिकित्सा सुविधा मिले. इसके लिए निगम अपनी पुरानी डिस्पेंसरी और रातू रोड अस्पताल को नये सिरे से खोलेगा
– शहर की सड़कें फुटपाथ दुकानदार मुक्त हों. साथ ही इन्हें व्यवस्थित भी किया जाये, इसके लिए सरकारी भूमि पर वेंडर मार्केट का निर्माण कर दुकानें आवंटित की जाएंगी
– शहर की सड़कों पर चलनेवाले पैडल रिक्शा को हटाकर ऐसे लोगों को सरल लोन पर ई-रिक्शा देने की तैयारी है
– अपने गौरव को वापस लाने के लिए निगम अपने पुराने स्कूलों को वापस लेगा. इन स्कूलों को निगम मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करेगा
– फायर सर्विस को मजबूत करने के लिए निगम वार्डों में संसाधन को विकसित करेगा. यहां पर फायर ट्रक को रखने की व्यवस्था होगी, ताकि समय रहते फायर ट्रक जल्द घटनास्थल पर पहुंचे.

राजस्व स्रोतों से 266.66 करोड़ की आमदनी का अनुमान

रांची नगर निगम ने अगले वित्तीय वर्ष के दौरान अपने राजस्व स्रोतों से 266.66 करोड़ रुपये की आमदनी का अनुमान किया है. निगम के बजट में उसके राजस्व स्रोतों से होनेवाली आमदनी का 25 प्रतिशत यानी 53.26 करोड़ रुपये की प्रावधान राशि शहरी क्षेत्र के गरीबों के विकास कार्यों के लिए खर्च करने का प्रावधान किया गया है. बजट में शहरी क्षेत्र की सड़क और नाली के विकास के लिए 228.77 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.

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2.5 करोड़ रुपये से शहर वासियों को मच्छरों से मिलेगी छुटकारा

मच्छरों से निजात देने के उद्देश्य से फॉगिंग के लिए 2.5 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. 15 वें वित्त आयोग से 105 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान किया गया है. हालांकि, इस राशि से ली जानेवाली योजनाओं पर बाद में फैसला करने की बात कही गयी है.

अगले वित्तीय वर्ष में 2707 करोड़ का राजस्व का अनुमान

निगम ने अगले वित्तीय वर्ष के लिए कुल 2707 करोड़ रुपये का राजस्व का अनुमान किया है. इसमें 266.66 करोड़ अपने राजस्व स्रोतों से, पूंजी प्राप्तियों के रूप में 1616.69 करोड़ रुपये और ओपनिंग बैलेंस का 823.65 करोड़ रुपये शामिल है. इसका तात्पर्य यह कि निगम चालू वित्तीय वर्ष के दौरान उपलब्ध राशि में से 823.65 करोड़ रुपये खर्च नहीं कर सकेगा. इसलिए इसे ओपनिंग बैलेंस के रूप में अगले वित्तीय वर्ष के बजट में दिखाया गया है.

Posted By: Samir Ranjan.

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