झारखंड में डेयरी उद्योग के मामले में रांची है अव्वल, पूरे राज्य में 22 हजार से अधिक लोग हैं जुड़े

रांची सांसद संजय सेठ के झारखंड में डेयरी उद्योग से जुड़े मामलों के पूछे गये सवाल पर केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने जवाब दिया है. कहा कि राज्य में डेयरी उद्योग से 22,051 लोग जुड़े हैं. वहीं, डेयरी उद्योग के मामले में रांची अव्वल है. यहां 7128 लोग कर दुग्ध उत्पादन से जुड़े हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2022 7:02 PM

Jharkhand News: रांची के सांसद संजय सेठ के झारखंड में डेयरी उद्योग को लेकर लोकसभा में उठाये सवाल के जवाब में केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा कि झारखंड में दूध उत्पादकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. जून 2022 तक पूरे झारखंड में सबसे अधिक दूध उत्पादक रांची जिले में है. इस जिले में 7128 दूध उत्पादक इससे जुड़े व्यवसाय कर रहे हैं.

झारखंड को 821.57 लाख रुपये की स्वीकृति

केंद्रीय मंत्री श्री रुपाला ने कहा कि राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम (National Dairy Development Program) के तहत झारखंड को 821.57 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है, ताकि राज्य में बेहतर दुग्ध उत्पादन हो सके. इसके अलावा किसान एवं अन्य दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन देने के लिए 6.25 लाख रुपये की स्वीकृति ऋण के रूप में दी गई है. इसके अलावा देवघर, कोडरमा, लातेहार और रांची के विभिन्न डेयरी प्लांट और सेंट्रल लैब की स्थापना और दूध जांच केंद्रों की स्थापना भी की गई है.

राज्य में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने की कोशिश

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तीन प्रमुख कार्यक्रमों के माध्यम से डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने में लगी हुई है, ताकि अधिक से अधिक दुग्ध का उत्पादन हो सके. केंद्र सरकार की मदद से झारखंड सरकार ने सात करोड़ रुपये की लागत से पलामू में और 7.25 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत की है. इसके सुखद परिणाम भी सामने आए हैं.

Also Read: नेतरहाट के नाशपाती बागान से सरकार को होती है लाखों की आमदनी, रांची के व्यवसायी ने 50 लाख रुपये में खरीदा

झारखंड के 22,051 लोग डेयरी उद्योग से जुड़े

केंद्रीय मंत्री ने जवाब दिया कि राज्य के लोहरदगा में 3344 दुग्ध उत्पादक इस उद्योग से जुड़े हुए हैं. इस मामले में सरायकेला फिसड्डी साबित हुआ है. वहां सिर्फ 13 लोग इस तरह के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं. जबकि हजारीबाग में 1556 लोग दुग्ध उत्पादन से जुड़कर झारखंड स्टेट को-ऑपरेटिव दूध उत्पादक के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इस तरह से झारखंड में कुल मिलाकर 22051 लोग इस उद्योग से जुड़कर बेहतर उत्पादन कर रहे हैं.

राज्य सरकार समन्वय बनाकर करे बेहतर कार्य, मिलेगा सुखद परिणाम

इस संबंध में रांची सांसद संजय सेठ ने कहा कि केंद्र सरकार दूध उत्पादकों के उत्थान के लिए लगातार काम कर रही है. राज्य सरकार बेहतर समन्वय बनाकर काम करें, तो झारखंड दूध उत्पादन में अव्वल साबित हो सकता है. कहा कि इसके लिए इच्छाशक्ति की जरूरत है, ताकि राज्य भी इस मुकाम को प्राप्त कर सके.

Posted By: Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version