स्लरी उठाव को लेकर चल रहा आरोप-प्रत्यारोप
खलारी अंचल के खलारी मौजा में चूना पत्थर स्लरी उठाव के मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है.
प्रतिनिधि, खलारी.
खलारी अंचल के खलारी मौजा में चूना पत्थर स्लरी उठाव के मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. पंचायत के मोहीउद्दीन नगर जी टाइप निवासी जाफर अहमद व फिरोज आलम ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि स्थानीय मुखिया तेजी किस्पोट्टा धोखे से ग्रामीणों से सादे कागज पर हस्ताक्षर करा ली है. कहा कि उनके गांव से सटे सीमेंट फैक्ट्री का स्लरी स्टाॅक है. उन्होंने दावा किया कि उसमें उनकी (जाफर अहमद) जमीन है. स्लरी उठाव के एवज में जाफर अहमद द्वारा ग्रामीणों को सहयोग राशि दी जाती िाी. पंचायती राज चलाने के एवज नारायण धौड़ा रोड से स्लरी उठायी गयी. जिसके कारण जाफर अहमद ग्रामीणों को पैसा नहीं दे पाये. विज्ञप्ति के माध्यम से आरोप लगाया गया है कि मुखिया के द्वारा धोखे से ग्रामीणाें से हस्ताक्षर कराया गया. इधर मुखिया तेजी किस्पोट्टा ने आरोप को गलत बताते हुए कहा कि जेसीबी मशीन लगाकर अवैध तरीके से स्लरी का उठाव किया जा रहा था. पंचायत भवन में स्लरी के उठाव से ग्रामीणों को हो रही परेशानी को लेकर बैठक की गयी. जिसमें ग्रामीण शामिल हुए थे. स्लरी के उठाव से ग्रामीणों को हो रही परेशानी पर चर्चा की गयी. जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि जाफर द्वारा स्लरी उठाव के कारण उनके घरों में रखे भात-पानी तक स्लरी का डस्ट पहुंचता है. मुखिया ने कहा कि ग्रामीण स्वेच्छा से हस्ताक्षर किये थे.मुखिया पर धोखे से हस्ताक्षर कराने का लगाया आरोपB
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