वार्ता के बाद आवास हटाने गये अधिकारी व पुलिस लौटी
गेतलसूद कॉलोनी में आवासों को खाली कराने पहुंचे पदाधिकारी और पुलिस बल वार्ता के बाद वापस लौट गये.
प्रतिनिधि, अनगड़ा.
गेतलसूद कॉलोनी में आवासों को खाली कराने पहुंचे पदाधिकारी और पुलिस बल वार्ता के बाद वापस लौट गये. एसडीओ के निर्देश पर सीओ राजू कमल, थाना प्रभारी गौतम रजवार, जियाडा के सर्वेयर व पुलिस बल बुधवार को नालंदा सेरामिक्स के कामगारों को आवंटित आवासों को अतिक्रमण मुक्त कराने आये थे. स्थानीय लोगों से वार्ता के दौरान उन्हें बताया गया कि कामगारों को उच्च न्यायालय ने निचली अदालत जाकर मामला दायर करने का दिशा-निर्देश दिया है. इसके आलोक में कामगार निचली अदालत में मामला दायर करेंगे. उनकी बातों को सुनकर अधिकारियों ने उचित फोरम में जाकर मामला का शीघ्र समाधान कराने का निर्देश दिया. इसके बाद टीम लौट गयी. कामगारों ने बताया कि नालंदा सेरामिक्स के आवासीय परिसर में कुल 45 परिवार विगत 45 से 50 वर्षों से रहते आ रहे हैं. पूर्व में संयुक्त बिहार में बीएसआइडीसी की यूनिट नालंदा सेरामिक्स में कार्यरत मजदूरों को आवास आवंटित किया गया था. कारखाने की आर्थिक स्थिति खराब होने पर सन 1986 में कंपनी ने आर्थिक स्थिति सुधरने पर वेतन देने की बात कह कर कामगारों से काम लेती रही. इस दौरान त्योहारों में कुछ पैसे मिलते थे. 12 वर्षों का वेतन कर्मचारियों व मजदूरों का बकाया रह गया है. इसके बाद उच्च न्यायालय के आदेश पर जियाडा (पूर्व में रियाडा) ने कंपनी की भूमि की नीलामी करा दी, जिसे विवान इंडस्ट्रीज ने लीज पर लिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
