Ranchi News : आदिवासी दिवस पर रांची में पैनल चर्चा और फिल्म प्रदर्शन

विश्व आदिवासी दिवस पर शनिवार को झारखंड इंडीजिनस पीपुल्स फोरम (जेआइपीएफ) की ओर से बहुबाजार स्थित सभागार में पैनल चर्चा और फिल्म प्रदर्शन किया गया.

By MUNNA KUMAR SINGH | August 9, 2025 6:50 PM

रांची. विश्व आदिवासी दिवस पर शनिवार को झारखंड इंडीजिनस पीपुल्स फोरम (जेआइपीएफ) की ओर से बहुबाजार स्थित सभागार में पैनल चर्चा और फिल्म प्रदर्शन किया गया. कार्यक्रम में ट्राइबल सिनेमा ऑफ इंडिया की भी भागीदारी रही. मुख्य अतिथि जस्टिस रत्नाकर भेंगरा ने जेआइपीएफ के प्रारंभिक कार्यों और 90 के दशक में संयुक्त राष्ट्र में आदिवासी अधिकारों की वकालत की ऐतिहासिक पहल को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि आदिवासी पहचान को लेकर उठने वाले सवाल आज भी प्रासंगिक हैं और इन पर काम का सिलसिला जारी रहना चाहिए. कार्यक्रम का पहला सत्र ‘आदिवासी आत्मनिर्णय का अधिकार: खाद्य सुरक्षा और खाद्य संप्रभुता की ओर एक मार्ग’ विषय पर केंद्रित रहा. इसमें एलिना होरो, प्रेमचंद मुर्मू और डॉ क्लेमेंट सोरेन ने अपने विचार रखे. प्रेमचंद मुर्मू ने पेसा अधिनियम का विस्तृत विश्लेषण करते हुए भविष्य में आरक्षित सीटों की संख्या में संभावित कमी पर चिंता व्यक्त की. एलिना होरो ने कहा कि समुदाय के भीतर विभाजन से संघर्ष कमजोर होता है. डॉ क्लेमेंट सोरेन ने समस्याओं को अपनी पृष्ठभूमि से समझने और प्रभुत्ववादी, साम्राज्यवादी, नस्लवादी व पूंजीवादी विचारधाराओं से सचेत रहने की आवश्यकता बतायी. दूसरे सत्र का विषय था ‘आदिवासी समुदाय और कृत्रिम बुद्धिमत्ता: अधिकारों की रक्षा, भविष्य का निर्माण’. इसमें आकृति लकड़ा, विक्की मिंज, राहुल हेंब्रोम और शुभम तिग्गा ने विचार प्रस्तुत किये. दोनों सत्रों का संचालन दीपक बाड़ा ने किया. आयोजन के तहत सेराल मुर्मू निर्देशित संताली फिल्म ‘सोंधायनी’ का प्रदर्शन किया गया. सुरेंद्र कुजूर निर्देशित म्यूजिक वीडियो ‘ओ लग्गी’ का लोकार्पण भी किया गया. कार्यक्रम की सफलता में जेआइपीएफ के जेरोम जेराल्ड कुजूर, राकेश रोशन किड़ो, जगत लकड़ा, ज्योति वंदना लकड़ा, तेज मुंडू, मोनिका मुंडू सहित कई अन्य सदस्यों का योगदान रहा.

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