Ranchi News : झूठे आरोपों को लेकर ईसाई समुदाय को निशाना बनाना सही नहीं : मॉडरेटर

गोस्सनर इंवेजेलिकल लूथरन चर्च छोटानागपुर एंड असम (जीइएल चर्च) के मॉडरेटर बिशप मार्शल केरकेट्टा ने अगस्त में अपने कार्यकाल का एक साल पूरा कर लिया है.

By MUNNA KUMAR SINGH | August 24, 2025 1:11 AM

जीइएल चर्च के मॉडरेटर ने पूरे किये एक साल

रांची. गोस्सनर इंवेजेलिकल लूथरन चर्च छोटानागपुर एंड असम (जीइएल चर्च) के मॉडरेटर बिशप मार्शल केरकेट्टा ने अगस्त में अपने कार्यकाल का एक साल पूरा कर लिया है. उनका चुनाव पिछले साल हुआ था. प्रभात खबर ने उनसे विशेष बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने चर्च नेतृत्व, विश्वासियों की अपेक्षाएं, शिक्षण संस्थाएं, चुनौतियों सहित अन्य बातों पर अपने विचार रखें. मॉडरेटर ने कहा कि चर्च सिर्फ एक धार्मिक संस्था ही नहीं है, बल्कि यह कई तरह की सामाजिक गतिविधियों से जुड़ी है. वर्तमान समय में किसी भी सोसाइटी को चलाना आसान नहीं है. लोगों की सोच बदल गयी है. समाज भी काफी जटिल हो गया है. समय के साथ सरकार के नियम भी बदल रहे हैं. जमीन संबंधी मामले हैं, राजनीति है, अन्य चीजें हैं. ईसाई समुदाय पर धर्मांतरण के आरोपों पर उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में ऑल चर्चेज की ओर से हम सभी ने अपना विरोध जताया. झूठे आरोपों के आधार पर ईसाई समुदाय को टारगेट करना सही नहीं है. मॉडरेटर ने कहा हम शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम कर रहे हैं, पर 2020 में आयी नयी शिक्षा नीति के बाद शिक्षण संस्थाओं को चलाना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है. शिक्षण संस्थाओं को अपडेट करने में समय लगता है.

सरकार की नीतियों के साथ सामंजस्य बिठाने की कोशिश है. जीइएल चर्च बड़ी सोसाइटी है, यह कई राज्यों में फैली है. अलग-अलग संस्कृति है. उन्हें जानने समझने का मौका मिला है. चर्च के प्रमुख के तौर पर कई देशों में भी जाने का मौका मिला है. इन दौरों से उनकी विचारधारा और कार्यप्रणालियों को भी जानने समझने का मौका है. कुल मिलाकर यह एक साल का अनुभव काफी अच्छा रहा है. भविष्य की योजनाओं पर उन्होंने कहा कि एक चर्च के तौर पर हमने तरक्की की है. पर अब और आगे बढ़ना है शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र में. कुछ सुदूर ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां अभी भी स्कूल नहीं हैं. हम उन क्षेत्रों में नये स्कूल खोलना चाहते हैं. उदाहरण के तौर पर सिंहभूम के सोनुआ और खूंटी का तोरपा क्षेत्र को ले सकते हैं. वहां वनग्रामों के बीच बसे लोगों के लिए नये स्कूल खुलेंगे. इस वर्ष कुछ बड़े कार्यक्रम भी होने हैं, इनमें अक्तूबर में महिला पादरियों के ऑर्डिनेशन की 25 वर्षीय जुबली पर होने वाला भव्य आयोजन है. इसमें विभिन्न राज्यों से लोग आयेंगे.

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